स्वचलित वर्टिकल कन्वेयर रीपर क्या है? जानें इसकी विशेषताएँ, कीमत और मिलने वाली सब्सिडी

स्वचलित वर्टिकल कन्वेयर रीपर क्या है? जानें इसकी विशेषताएँ, कीमत और मिलने वाली सब्सिडी

स्वचलित वर्टिकल कन्वेयर रीपर

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कृषि दुनिया
  • 06 Dec, 2025 02:02 PM IST ,
  • Updated Sat, 06 Dec 2025 07:08 PM

किसानों को फसल कटाई के मौसम में अक्सर मजदूरों की कमी का सामना करना पड़ता है। इससे कटाई में देरी, लागत बढ़ना और नुकसान जैसी समस्याएँ सामने आती हैं। यही कारण है कि आज किसान तेजी से कृषि मशीनरी की ओर बढ़ रहे हैं। हार्वेस्टर की मांग अधिक और उपलब्धता कम होने की वजह से किसानों के लिए समय पर कटाई कर पाना मुश्किल हो जाता है।

ऐसे में स्वचलित वर्टिकल कन्वेयर रीपर (Self Propelled Conveyor Reaper) किसानों के लिए एक किफायती, हल्का और आसान विकल्प बनकर सामने आया है। यह मशीन गेहूँ, धान, तिलहन जैसी फसलों की कटाई को काफी सरल बना देती है और समय की भी बचत करती है।

स्वचलित वर्टिकल कन्वेयर रीपर क्या है?

यह एक इंजन से चलने वाला रीपर है, जिसे किसान बिना किसी ट्रैक्टर के खुद चलाते हैं। यानी यह मशीन सेल्फ प्रोपेल्ड होती है। इसमें—

  • शक्तिशाली इंजन
  • कटर बार
  • कन्वेयर बेल्ट
  • स्टार व्हील
  • फसल लाइन डिवाइडर
  • ऑपरेटिंग कंट्रोल
  • मज़बूत फ्रेम

जैसे महत्वपूर्ण पार्ट लगे होते हैं। इंजन की पावर बेल्ट-पुली सिस्टम से कटर बार और कन्वेयर बेल्ट तक पहुँचाई जाती है।

यह मशीन फसल को काटकर खड़ी अवस्था में एक तरफ गिराती है, जिससे फसल बिखरती नहीं और बाद में गट्ठे बनाना आसान हो जाता है। कटाई तेज होती है और मजदूरों पर निर्भरता घटती है।

स्वचलित वर्टिकल कन्वेयर रीपर की बनावट (Specifications)

फीचरविवरण
लंबाईलगभग 2570 मिमी
चौड़ाईलगभग 1850 मिमी
ऊँचाईलगभग 1250 मिमी
वजन85–145 किलोग्राम
फसल डिवाइडर4 से 6
ब्लेडदांतेदार V-शेप कटर बार
इंजनडीजल संचालित
कटाई क्षमता0.20–0.40 हेक्टेयर/घंटा

इस मशीन की हल्की बनावट इसे छोटे और बड़े दोनों खेतों के लिए उपयुक्त बनाती है।

इस यंत्र की प्रमुख विशेषताएँ

  • बिना ट्रैक्टर के चलने योग्य
  • कम ईंधन खपत
  • कम रखरखाव
  • फसल को खड़ी अवस्था में गिराता है, नुकसान कम
  • तेज़ और समान कटाई
  • छोटी से मध्यम जोत वाले किसानों के लिए उपयुक्त

स्वचलित वर्टिकल कन्वेयर रीपर पर मिलने वाली सरकारी सब्सिडी

केंद्र सरकार SMAM (Sub Mission on Agricultural Mechanization) के अंतर्गत इस मशीन पर अनुदान देती है।

सब्सिडी प्रतिशत

  • SC/ST, महिला, लघु एवं सीमांत किसान – 50% सब्सिडी
  • अन्य किसान – 40% सब्सिडी
  • कुछ राज्यों में अलग योजनाओं के तहत 40–80% तक का अनुदान भी मिलता है।

किसान अपने जिले या ब्लॉक के कृषि विभाग से आवेदन कर सकते हैं।

रीपर मशीन की बाजार कीमत

कंपनी और मॉडल के आधार पर इसकी कीमत—

₹80,000 से ₹1,30,000
के बीच होती है।

सरकारी योजना में चयन होने पर किसानों को सब्सिडी का लाभ सीधे DBT के माध्यम से प्रदान किया जाता है।

कैसे खरीदें और कहाँ करें आवेदन?

यदि किसान यह मशीन योजना के अंतर्गत खरीदना चाहते हैं तो—

  1. अपने जिले के कृषि विभाग / ब्लॉक कृषि कार्यालय से संपर्क करें।
  2. आवश्यक दस्तावेज़ जमा करें –
    • आधार कार्ड
    • भूमि दस्तावेज
    • बैंक पासबुक
    • मोबाइल नंबर
    • किसान रजिस्ट्रेशन
  3. आवेदन स्वीकृत होने के बाद किसान अधिकृत डीलर से मशीन खरीद सकते हैं।
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