भारत में इन दिनों शीतलहर का कहर जारी है। उत्तर-पश्चिमी और उत्तरी क्षेत्रों में ठंड ने लोगों की दिनचर्या पर गहरा असर डाला है। भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD) की ताजा रिपोर्ट के अनुसार, शीतलहर और न्यूनतम तापमान में गिरावट के कारण हिमाचल प्रदेश, पंजाब, बिहार, उत्तर प्रदेश और दिल्ली जैसे राज्यों में हालात और अधिक गंभीर हो सकते हैं। बारिश और कोहरे के कारण कई जगहों पर जनजीवन प्रभावित हुआ है।
देश की राजधानी दिल्ली में न्यूनतम तापमान में गिरावट दर्ज की गई है। बीते कुछ दिनों से कोहरे ने दिल्लीवासियों की परेशानियां बढ़ा दी हैं। मौसम विभाग के अनुसार, आने वाले दिनों में तापमान और नीचे जा सकता है। बुधवार और गुरुवार को हुई बारिश के बाद दिल्ली में ठंडी हवाओं का दौर शुरू हो चुका है।
दिल्ली में आज मध्यम कोहरे की चेतावनी जारी की गई है। मौसम विभाग के अनुसार, अगले 24 घंटों के भीतर राजधानी का पारा 2 डिग्री तक और गिर सकता है। वहीं, एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) भी खराब श्रेणी में पहुंच गया है। राजधानी के कई क्षेत्रों में AQI 200 से अधिक दर्ज किया गया, जिससे प्रदूषण और ठंड दोनों ने मिलकर लोगों के लिए मुश्किलें खड़ी कर दी हैं।
कोहरे के चलते देश के कई हिस्सों में यातायात सेवाएं प्रभावित हो रही हैं। दिल्ली अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे से उड़ान भरने वाली कई फ्लाइट्स देरी से चल रही हैं। वहीं, उत्तर भारत में ट्रेनें भी समय पर अपने गंतव्य तक नहीं पहुंच पा रही हैं। रेलवे की रिपोर्ट के मुताबिक, कोहरे के कारण 30 से अधिक ट्रेनें निर्धारित समय से कई घंटे देरी से चल रही हैं।
उत्तर-पश्चिम भारत में शीतलहर का प्रकोप: उत्तर-पश्चिम भारत के हिमाचल प्रदेश, पंजाब, हरियाणा और राजस्थान जैसे राज्यों में न्यूनतम तापमान में भारी गिरावट दर्ज की गई है। कई स्थानों पर रात का तापमान 4 डिग्री सेल्सियस से भी नीचे पहुंच गया है। शिमला, मनाली, चंबा और अन्य ऊंचाई वाले क्षेत्रों में बर्फबारी के कारण ठंड और अधिक बढ़ गई है।
मौसम विभाग ने चेतावनी दी है कि हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड में अगले कुछ दिनों तक शीतलहर का असर बना रहेगा। साथ ही इन क्षेत्रों के लोगों को ठंड से बचने के लिए एहतियाती कदम उठाने की सलाह दी गई है।
बिहार और उत्तर प्रदेश में शीतलहर की स्थिति: बिहार और उत्तर प्रदेश में भी ठंड का प्रकोप जारी है। न्यूनतम तापमान में गिरावट के कारण राज्य के विभिन्न हिस्सों में शीतलहर का माहौल बन चुका है। मौसम विभाग के अनुसार, पटना, गया, वाराणसी और लखनऊ जैसे शहरों में दिन के समय भी ठंडी हवाओं का प्रभाव रहेगा। ठंड और कोहरे की वजह से स्कूलों और दफ्तरों में उपस्थिति में कमी देखी जा रही है।
देशभर में तापमान में गिरावट की संभावना: मौसम विभाग के मुताबिक, अगले 24 घंटों में उत्तर-पश्चिम भारत के अधिकांश हिस्सों में न्यूनतम तापमान में 2 डिग्री सेल्सियस तक गिरावट आने की संभावना है। हालांकि, इसके बाद के 4 दिनों के दौरान तापमान में कोई बड़ा बदलाव नहीं होगा।
देश के दक्षिणी और पूर्वी हिस्सों में भी हल्की ठंड का असर महसूस किया जा रहा है। मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ और झारखंड जैसे राज्यों में भी न्यूनतम तापमान में कमी दर्ज की गई है।
पश्चिमी विक्षोभ के कारण ठंड का असर बढ़ा: मौसम विज्ञानियों का मानना है कि पश्चिमी विक्षोभ के प्रभाव से उत्तर भारत में ठंड का असर और बढ़ा है। इस विक्षोभ के चलते पहाड़ी क्षेत्रों में बर्फबारी और मैदानी क्षेत्रों में बारिश हुई, जिससे तापमान तेजी से गिरा है।
शीतलहर से बचाव के उपाय: शीतलहर और कड़ाके की ठंड के बीच, मौसम विभाग ने लोगों को जरूरी एहतियात बरतने की सलाह दी है। ठंड से बचाव के लिए नीचे दिए गए सुझाव उपयोगी हो सकते हैं:
प्रदूषण के साथ ठंड का संकट: ठंड के साथ-साथ प्रदूषण की समस्या ने भी स्थिति को और गंभीर बना दिया है। दिल्ली, नोएडा, गाजियाबाद और गुड़गांव जैसे क्षेत्रों में वायु गुणवत्ता खराब स्तर पर है। प्रदूषण के कारण सांस लेने में कठिनाई, आंखों में जलन और गले में खराश जैसी समस्याएं सामने आ रही हैं।
आने वाले दिनों में मौसम का हाल: मौसम विभाग के अनुसार, शीतलहर का यह दौर अगले कुछ दिनों तक जारी रहेगा। पहाड़ी क्षेत्रों में बर्फबारी और मैदानी इलाकों में कोहरा और ठंडी हवाएं लोगों की परेशानियां बढ़ा सकती हैं। दिल्ली और उसके आसपास के इलाकों में घना कोहरा छाए रहने की संभावना है।
शीतलहर और ठंड ने पूरे देश को अपनी चपेट में ले लिया है। लोगों को इस ठंड से बचाव के लिए सतर्क रहना चाहिए और मौसम विभाग की चेतावनियों का पालन करना चाहिए। साथ ही, प्रदूषण को नियंत्रित करने के लिए सामूहिक प्रयासों की जरूरत है, ताकि आने वाले दिनों में लोगों को राहत मिल सके।