अप्रैल की तपती गर्मी के बीच देश के कई हिस्सों में मौसम ने एक बार फिर करवट ली है। मध्यप्रदेश, उत्तरप्रदेश, राजस्थान, हरियाणा, हिमाचल प्रदेश और छत्तीसगढ़ में आने वाले दिनों में बारिश, तेज आंधी और ओलावृष्टि की संभावना जताई गई है। मौसम विभाग ने इन राज्यों के कई जिलों के लिए येलो और ऑरेंज अलर्ट जारी किया है।
मध्यप्रदेश में अगले तीन दिनों तक मौसम में बदलाव देखने को मिलेगा। भोपाल, ग्वालियर, जबलपुर, उज्जैन, नर्मदापुरम, रीवा और चंबल संभाग के जिलों में बारिश, आंधी और ओलावृष्टि हो सकती है।
मौसम विभाग के अनुसार, इस दौरान तापमान में 2 से 3 डिग्री सेल्सियस तक गिरावट दर्ज की जाएगी, जिससे रात के समय हल्की ठंडक महसूस होगी।
उत्तरप्रदेश में भी मौसम में बदलाव देखा जा रहा है। लखनऊ, वाराणसी, गोरखपुर, मेरठ और बरेली समेत 55 जिलों में गरज-चमक के साथ बारिश की संभावना है। हवाएं 30 से 40 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से चल सकती हैं।
मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार, यह बदलाव पश्चिमी विक्षोभ और निम्न दबाव क्षेत्र के कारण हो रहा है। हालांकि, इससे गर्मी से बहुत ज्यादा राहत नहीं मिलेगी।
किसानों के लिए चिंता की बात:
अगर ओले गिरते हैं तो पक चुकी गेहूं की फसलों को 10 से 15% तक नुकसान पहुंच सकता है।
राजस्थान में आंधी-बारिश और तापमान में गिरावट:
राजस्थान में गुरुवार से ही आंधी और बारिश का सिलसिला जारी है। झुंझुनूं, अलवर, सीकर, जयपुर, भरतपुर समेत 20 जिलों में हल्की बारिश और धूलभरी आंधी का अलर्ट जारी किया गया है।
सरकार और प्रशासन की तैयारियां: राज्यों के कृषि विभागों को निर्देश दिए गए हैं कि वे प्रभावित जिलों में फसलों के नुकसान का तुरंत आकलन करें और राहत कार्यों में तेजी लाएं। विशेषकर उत्तरप्रदेश और बिहार में, जहां ओलावृष्टि से जान-माल का नुकसान हुआ है, सरकार ने प्रभावित परिवारों को मुआवजा देने का ऐलान किया है।
मौसम का यह असामान्य बदलाव एक ओर जहां गर्मी से थोड़ी राहत दे रहा है, वहीं किसानों के लिए बड़ी चिंता का विषय बनता जा रहा है। ऐसे में सभी को मौसम विभाग की चेतावनियों पर ध्यान देना चाहिए और आवश्यक सावधानी बरतनी चाहिए।