प्याज की खेती किसानों के लिए एक फायदेमंद व्यवसाय साबित हो सकती है। इस समय प्याज का सीजन शुरू हो चुका है, और किसान बड़े पैमाने पर इसकी फसल लगा रहे हैं। यदि सही समय पर उचित उर्वरकों का उपयोग किया जाए, तो प्याज के साइज और उपज में उल्लेखनीय वृद्धि हो सकती है। कुछ तकनीकों को अपनाकर किसान आधा किलो तक के बड़े प्याज उगा सकते हैं।
1. उर्वरकों का सही इस्तेमाल:
प्याज की सही ग्रोथ के लिए नाइट्रोजन और फास्फोरस आवश्यक होते हैं। ये पोषक तत्व प्याज की जड़ों और गांठों के विकास में मदद करते हैं। किसानों को निम्नलिखित उर्वरकों का प्रयोग करना चाहिए:
प्याज की सही बढ़त के लिए संतुलित सिंचाई जरूरी होती है।
4. 30 दिन बाद करें यूरिया का छिड़काव:
जब प्याज की फसल 30 दिन की हो जाए, तो उसमें यूरिया और कंपोस्ट खाद का छिड़काव करना फायदेमंद रहता है। प्रति एकड़ 3 से 4 टन कंपोस्ट खाद मिलाकर यूरिया डालने से प्याज की उपज में वृद्धि होती है। यह फसल की गुणवत्ता को भी बढ़ाता है और किसानों को अधिक मुनाफा दिलाता है।
5.पौधों की निगरानी और उचित देखभाल करें:
यदि प्याज के पौधे पीले पड़ने लगें या उनकी बढ़त रुक जाए, तो तुरंत जैविक या रासायनिक उपचार करना चाहिए। मिट्टी की गुणवत्ता जांचने के लिए मिट्टी परीक्षण कराना लाभदायक रहेगा, जिससे सही उर्वरकों का चयन किया जा सके।
अगर किसान सही उर्वरक, संतुलित सिंचाई और खरपतवार नियंत्रण जैसी आधुनिक कृषि तकनीकों को अपनाते हैं, तो प्याज की खेती से उन्हें जबरदस्त मुनाफा हो सकता है। बाजार में बड़ी और अच्छी गुणवत्ता वाली प्याज की हमेशा मांग बनी रहती है, जिससे किसानों को अधिक कीमत मिल सकती है। सही समय पर सही कदम उठाकर प्याज की खेती को एक फायदे का सौदा बनाया जा सकता है।