Onion farming: प्याज किसान ध्यान दें! रोपाई के दौरान न करें ये गलतियां, वरना हो सकता है बड़ा घाटा

Onion farming: प्याज किसान ध्यान दें! रोपाई के दौरान न करें ये गलतियां, वरना हो सकता है बड़ा घाटा

प्याज की खेती

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कृषि दुनिया
  • 17 Feb, 2025 12:40 PM IST ,
  • Updated Mon, 17 Feb 2025 02:40 PM

भारत में प्याज की खेती का महत्व:

भारत में प्याज की खेती बड़े पैमाने पर की जाती है, क्योंकि यह रसोई का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। अधिकतर किसान पारंपरिक तरीकों से इसकी खेती करते हैं, लेकिन कई बार छोटी-छोटी गलतियों की वजह से उत्पादन प्रभावित होता है। प्याज की अच्छी फसल के लिए रोपाई से लेकर सिंचाई तक हर प्रक्रिया को सही तरीके से अपनाना जरूरी होता है। यदि रोपाई के समय कुछ बातों का ध्यान न रखा जाए, तो पैदावार पर बुरा असर पड़ सकता है। आइए जानते हैं कि प्याज की खेती में किन गलतियों से बचना चाहिए और सही सिंचाई विधि क्या होनी चाहिए।

प्याज की रोपाई के बाद सही सिंचाई विधि:

कृषि वैज्ञानिकों का कहना है कि प्याज की रोपाई के बाद उचित सिंचाई बेहद जरूरी होती है। वरिष्ठ कृषि वैज्ञानिक डॉक्टर ए. के. सिंह के अनुसार, प्याज के पौधे जिस दिन खेत में लगाए जाते हैं, उसके ठीक एक दिन बाद पहली सिंचाई कर देनी चाहिए। इससे पौधों की जड़ें मिट्टी में मजबूती से पकड़ बना पाती हैं और उनकी वृद्धि अच्छी होती है।

यदि खेत में अधिक पानी चला जाए तो चिंता करने की आवश्यकता नहीं है, क्योंकि शुरुआती चरण में प्याज के पौधों की जड़ों को मजबूत होने के लिए नमी की जरूरत होती है। सही समय पर सिंचाई से फसल की बढ़त तेज होती है और उत्पादन भी अच्छा मिलता है।

गलत सिंचाई तकनीक से नुकसान:

कुछ किसान धान की तरह पहले खेत में पानी भरकर फिर प्याज की रोपाई करते हैं, लेकिन यह तरीका उत्तर प्रदेश की मिट्टी के लिए सही नहीं माना जाता। कृषि विशेषज्ञों के अनुसार, प्याज की रोपाई हमेशा सूखी मिट्टी में करनी चाहिए और उसके एक दिन बाद पहली सिंचाई करनी चाहिए, ताकि पौधों को आवश्यक नमी मिल सके।

खेत की सही तैयारी कैसे करें?

प्याज लगाने से पहले खेत की अच्छी तैयारी भी बेहद जरूरी होती है। खेत की मिट्टी को भुरभुरा और पोषक तत्वों से भरपूर बनाना चाहिए ताकि जड़ें आसानी से गहराई तक फैल सकें। इसके लिए खेत की गहरी जुताई करनी चाहिए और आवश्यकतानुसार गोबर खाद या जैविक खाद डालनी चाहिए।

मिट्टी की गुणवत्ता बढ़ाने के लिए कम से कम तीन बार गुड़ाई करनी चाहिए। इससे मिट्टी में हवा का संचार सही तरीके से होगा और प्याज के पौधों को बढ़ने के लिए अनुकूल वातावरण मिलेगा। सही मिट्टी तैयार करने के बाद ही प्याज के पौधों की रोपाई करनी चाहिए ताकि उनकी बढ़त अच्छी हो।

प्याज की फसल की देखभाल कैसे करें?

सिर्फ सिंचाई ही नहीं, बल्कि प्याज की फसल की नियमित देखभाल भी जरूरी होती है। इसके लिए:

  • खरपतवार नियंत्रण करना जरूरी है।
  • समय-समय पर खाद और कीटनाशकों का छिड़काव करना चाहिए।
  • सिंचाई संतुलित मात्रा में करें ताकि फसल को नमी मिले लेकिन जलभराव न हो।

प्याज की खेती से अधिक मुनाफा कैसे कमाएं?

भारत में प्याज की मांग सालभर बनी रहती है, इसलिए सही तकनीक से खेती करने पर किसानों को अच्छा मुनाफा हो सकता है। वैज्ञानिक विधियों को अपनाकर प्याज की पैदावार और गुणवत्ता को बढ़ाया जा सकता है।

अगर किसान रोपाई और सिंचाई के सही तरीके अपनाएं, तो प्याज की खेती से शानदार लाभ कमाया जा सकता है!

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