ककड़ी की इन हाई-यील्डिंग किस्मों से कमाएं तगड़ा मुनाफा, जानें खेती का सही तरीका

ककड़ी की इन हाई-यील्डिंग किस्मों से कमाएं तगड़ा मुनाफा, जानें खेती का सही तरीका

ककड़ी की खेती

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कृषि दुनिया
  • 12 Feb, 2025 03:31 PM IST ,
  • Updated Wed, 12 Feb 2025 05:14 PM

फरवरी का महीना किसानों के लिए खेती के लिहाज से बेहद खास होता है। इस समय रबी फसलों की कटाई शुरू हो जाती है, जिससे खेत खाली हो जाते हैं। ऐसे में किसान सब्जियों की खेती कर अच्छा मुनाफा कमा सकते हैं। इस मौसम में गर्मी में खाई जाने वाली सब्जियों की खेती की जाती है, जो आने वाले महीनों में बाजार में अच्छी कीमत पर बिकती हैं। अगर आप भी इस समय खेती से मुनाफा कमाना चाहते हैं, तो ककड़ी की उन्नत किस्मों की खेती करके बढ़िया आमदनी कर सकते हैं। यह फसल कम समय में तैयार होती है और बाजार में इसकी मांग हमेशा बनी रहती है। आइए जानते हैं ककड़ी की खेती से जुड़ी अहम जानकारियां।

फरवरी में ककड़ी की खेती क्यों करें?

ककड़ी की खेती करने के कई फायदे हैं। यह फसल कम समय में तैयार हो जाती है और गर्मी के मौसम में बाजार में इसकी मांग बहुत ज्यादा होती है। किसानों को सही समय पर इसकी खेती करने से अच्छा मुनाफा मिल सकता है।

  1. कम समय में तैयार होती है – ककड़ी की फसल 50-60 दिनों में तैयार हो जाती है।
  2. बाजार में उच्च मांग – सलाद और गर्मियों में ठंडक देने वाली सब्जी होने के कारण इसकी बाजार में जबरदस्त मांग रहती है।
  3. अच्छी पैदावार और कम लागत – उन्नत तकनीकों से खेती करने पर कम लागत में अधिक उत्पादन संभव है।
  4. जलवायु के अनुकूल – फरवरी-मार्च का मौसम ककड़ी की खेती के लिए आदर्श होता है, जिससे किसानों को अच्छी फसल मिलती है।

ककड़ी की उन्नत किस्में:

कृषि विशेषज्ञों के अनुसार, किसान निम्नलिखित उन्नत किस्मों की खेती कर सकते हैं –

  • सूर्य प्रभा
  • लखनऊ सिलेक्शन
  • लखनऊ सुपर बीएसएस 708
  • शंकर ककड़ी
  • नरगिस
  • करनाल सिलेक्शन
  • कंचन

इन किस्मों से बेहतर पैदावार और रोग प्रतिरोधक क्षमता मिलती है, जिससे उत्पादन अधिक होता है और किसान की कमाई बढ़ती है।

भूमि की तैयारी और बुवाई का सही समय

1. मिट्टी का चयन और खेत की तैयारी:

ककड़ी की खेती के लिए दोमट मिट्टी सबसे उपयुक्त होती है। इस मिट्टी में जल निकासी अच्छी होती है, जिससे फसल को पर्याप्त नमी मिलती है। खेत की गहरी जुताई करके उसमें 4-6 टन गोबर की खाद डालना चाहिए। इससे मिट्टी की उर्वरता बढ़ती है और फसल को जरूरी पोषक तत्व मिलते हैं।

2. बुवाई का समय

अगर किसान जनवरी के अंतिम सप्ताह से फरवरी के अंतिम सप्ताह तक बुवाई करें, तो उन्हें बेहतर उत्पादन मिलेगा। अगेती फसल लेने पर बाजार में कीमत ज्यादा मिलती है।

3. बीज की मात्रा और बोने की विधि

किसान 1 एकड़ में 1 किलो बीज का उपयोग कर सकते हैं। बीजों को 2 मीटर चौड़ी क्यारियों में नाली के किनारे बोना चाहिए। पौधों के बीच 60 सेंटीमीटर की दूरी रखें ताकि उनका सही विकास हो सके।

सिंचाई, खाद और उर्वरक प्रबंधन

1. सिंचाई प्रबंधन

  • पहली सिंचाई बुआई या रोपाई के तुरंत बाद करें।
  • दूसरी सिंचाई 4-5 दिन के अंतराल पर करें।
  • गर्मी के मौसम में सुबह या शाम के समय सिंचाई करें, ताकि पौधों पर धूप का प्रभाव न पड़े।

2. खाद और उर्वरक

1 एकड़ खेत के लिए उर्वरक की मात्रा:

  • गोबर की सड़ी खाद – 4 से 6 टन
  • नाइट्रोजन – 20 किलोग्राम
  • फास्फोरस – 12 किलोग्राम
  • पोटाश – 10 किलोग्राम

इन पोषक तत्वों से फसल की वृद्धि तेज होती है और उत्पादन बढ़ता है।

खरपतवार नियंत्रण और फसल सुरक्षा

ककड़ी की फसल में खरपतवार जल्दी उग आते हैं, जिससे फसल की बढ़वार प्रभावित होती है। इसे रोकने के लिए 2 बार गुड़ाई करनी चाहिए।

इसके अलावा, फसल को कीट और रोगों से बचाने के लिए जैविक कीटनाशकों का छिड़काव करना चाहिए। अगर पौधों पर लीफ कर्ल वायरस या फफूंदी रोग के लक्षण दिखें, तो तुरंत उचित उपचार करें।

कब और कैसे करें ककड़ी की तुड़ाई?

ककड़ी के फल 50-60 दिन में तैयार हो जाते हैं। जब फल नरम और चिकने हो जाएं, तब उन्हें तोड़ लेना चाहिए।

  • तुड़ाई सुबह या शाम के समय करनी चाहिए, ताकि फल ताजे बने रहें।
  • तुड़ाई के समय फल की लंबाई 15 से 30 सेंटीमीटर होनी चाहिए।
  • समय पर तुड़ाई करने से फसल की गुणवत्ता बनी रहती है और बाजार में अच्छी कीमत मिलती है।

कितनी होगी कमाई?

अगर किसान सही तरीके से ककड़ी की खेती करें, तो वे अच्छा मुनाफा कमा सकते हैं।

  • 1 एकड़ में 80-100 क्विंटल तक उत्पादन संभव है।
  • बाजार में ककड़ी की कीमत 20-40 रुपये प्रति किलो होती है।
  • इस हिसाब से किसान 2 से 4 लाख रुपये तक की कमाई कर सकते हैं।

अगर आप भी खेती से अच्छी कमाई करना चाहते हैं, तो इस मौसम में ककड़ी की खेती जरूर करें!

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