Green chilli variety: किसान भाइयों, 75 दिन में 80 टन उत्पादन देने वाली हरी मिर्च की बेस्ट वैरायटी जानें!

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मिर्च की खेती

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कृषि दुनिया
  • 08 Feb, 2025 10:18 AM IST ,
  • Updated Sat, 08 Feb 2025 04:17 PM

मिर्च की खेती भारत में बहुत लाभकारी मानी जाती है। इसकी अच्छी पैदावार और बेहतर बाजार मांग के चलते किसान इससे बढ़िया मुनाफा कमा सकते हैं। लेकिन मिर्च की खेती में सही किस्म का चयन करना बेहद जरूरी होता है, क्योंकि उन्नत किस्में न केवल ज्यादा उत्पादन देती हैं, बल्कि कई बीमारियों और कीटों के प्रति प्रतिरोधक भी होती हैं।

आज हम आपको मिर्च की "अर्का तेजस्वी" किस्म की खेती के बारे में जानकारी देंगे, जो भभूतिया रोग, पाउडर फफूंदी और लीफ कर्ल वायरस के प्रति सहनशील होने के साथ-साथ खाने में भी अत्यधिक तीखी होती है। यही कारण है कि इस मिर्च की बाजार में बहुत अधिक मांग रहती है और किसान इसकी खेती से शानदार कमाई कर सकते हैं। आइए जानते हैं इसकी खेती के तरीके और संभावित लाभ के बारे में।

मिर्च की अर्का तेजस्वी किस्म की विशेषताएं:

  1. उच्च उत्पादन क्षमता – प्रति हेक्टेयर 75-85 क्विंटल तक उत्पादन मिलता है।
  2. रोग प्रतिरोधक – यह किस्म भभूतिया रोग, पाउडर फफूंदी और लीफ कर्ल वायरस से सुरक्षित रहती है।
  3. बाजार में जबरदस्त मांग – तीखी होने के कारण इसकी मांग हमेशा बनी रहती है।
  4. सूखी लाल मिर्च के लिए उपयुक्त – यह किस्म तेजा मिर्च की श्रेणी में आती है और सूखी मिर्च के उत्पादन के लिए आदर्श मानी जाती है।

मिर्च की अर्का तेजस्वी किस्म की खेती कैसे करें?

अगर आप मिर्च की अर्का तेजस्वी किस्म की खेती करना चाहते हैं, तो निम्नलिखित बातों का ध्यान रखना जरूरी है –

1. मिट्टी का चयन:

  • इसकी खेती के लिए हल्की, उपजाऊ और अच्छी जल निकासी वाली मिट्टी सबसे उपयुक्त होती है।
  • पीएच मान 6.0-7.5 के बीच की मिट्टी इसकी बेहतर पैदावार के लिए आदर्श होती है।

2. खेत की तैयारी:

  • खेत की गहरी जुताई कर लें, जिससे मिट्टी नरम हो जाए और खरपतवार खत्म हो जाएं।
  • अच्छी गोबर की खाद या जैविक खाद डालें, जिससे मिट्टी की उर्वरता बनी रहे।
  • बेहतर उत्पादन के लिए खेत में बायोफर्टिलाइजर और जैविक कीटनाशकों का उपयोग करें।

3. बीज की बुवाई:

  • मिर्च की अर्का तेजस्वी किस्म के प्रमाणित बीजों का ही चयन करें।
  • बीजों को नर्सरी में तैयार कर फिर खेत में रोपाई करें।
  • बीजों को लगाने का सही समय फरवरी-मार्च और जून-जुलाई होता है।

4. सिंचाई एवं खाद प्रबंधन:

  • गर्मियों में 5-7 दिन और सर्दियों में 10-12 दिन के अंतराल पर सिंचाई करें।
  • रोपाई के 30-40 दिन बाद नाइट्रोजन, फास्फोरस और पोटाश युक्त उर्वरकों का छिड़काव करें।
  • जैविक कीटनाशक का उपयोग कर फसल को कीटों और बीमारियों से बचाएं।

5. फसल कटाई:

  • बुआई के 70-80 दिन बाद फसल कटाई के लिए तैयार हो जाती है।
  • ताजी मिर्च को बाजार में बेचने के अलावा इसे सुखाकर लाल मिर्च के रूप में भी बेचा जा सकता है।

मिर्च की अर्का तेजस्वी किस्म से कितनी होगी कमाई?

अगर आप 1 हेक्टेयर में मिर्च की अर्का तेजस्वी किस्म की खेती करते हैं, तो आपको 75-85 क्विंटल तक की पैदावार मिल सकती है। बाजार में मिर्च की कीमत 100-150 रुपये प्रति किलोग्राम तक होती है, जिससे किसान लाखों रुपये की कमाई कर सकते हैं।

मिर्च की अर्का तेजस्वी किस्म उच्च उत्पादन, रोग प्रतिरोधक क्षमता और बाजार में शानदार मांग के चलते किसानों के लिए एक फायदेमंद विकल्प है। यदि आप सही तरीके से इसकी खेती करते हैं, तो इससे जबरदस्त मुनाफा कमा सकते हैं। अगर आप भी खेती से अच्छा मुनाफा कमाना चाहते हैं, तो इस उन्नत मिर्च किस्म की खेती करना एक बेहतरीन विकल्प हो सकता है!

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