Makhana farming: मखाने की सबसे अधिक उपज देने वाली वैरायटी, महज 120 दिनों में होती है तैयार

Makhana farming: मखाने की सबसे अधिक उपज देने वाली वैरायटी, महज 120 दिनों में होती है तैयार

मखाने की खेती

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कृषि दुनिया
  • 24 Feb, 2025 02:41 PM IST ,
  • Updated Wed, 26 Feb 2025 02:56 PM

बिहार में मखाना बोर्ड का गठन:

केंद्र सरकार की ओर से बिहार में मखाना बोर्ड का गठन किसानों की समृद्धि की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने अपने बजट भाषण में बिहार के मखाना किसानों के लिए इस योजना की घोषणा की थी। इससे मखाना किसानों को नई पहचान और उड़ान दोनों मिलेगी। बिहार भारत का सबसे बड़ा मखाना उत्पादक राज्य है, जहां 80% से अधिक मखाना की खेती होती है।

स्वर्ण वैदेही: मखाने की उन्नत वैरायटी:

मखाना अनुसंधान केंद्र के वैज्ञानिकों ने स्वर्ण वैदेही नामक उन्नत मखाना वैरायटी विकसित की है, जो अधिक उपज देने के साथ ही कम समय में तैयार हो जाती है। यह भारत की पहली मखाना वैरायटी है, जो पारंपरिक बीजों से डेढ़ गुना अधिक उत्पादन देती है।

स्वर्ण वैदेही की विशेषताएँ:

  •  उच्च उत्पादन क्षमता: यह 28-30 क्विंटल प्रति हेक्टेयर उपज देती है, जबकि पारंपरिक बीजों से 20-21 क्विंटल ही प्राप्त होते हैं।
  • कम समय में तैयार: सिर्फ 120-125 दिनों में 50% फूल खिल जाते हैं और फसल तैयार हो जाती है।
  • रोग प्रतिरोधक क्षमता: इसमें रोग और कीटों का प्रभाव कम पड़ता है, जिससे किसानों को कीटनाशकों का कम उपयोग करना पड़ता है।
  • बेहतरीन गुणवत्ता: इसके बीजों का व्यास 9.5-10.2 मिमी होता है और रंग दूध जैसा सफेद होता है।
  • उच्च पोषण मूल्य: इसमें कार्बोहाइड्रेट, प्रोटीन और अन्य पोषक तत्व प्रचुर मात्रा में होते हैं।

स्वर्ण वैदेही मखाने के उपयोग:

  • खाद्य उत्पादों में: खीर, हलवा, दूध की मिठाइयाँ, नमकीन, दाल मखनी और सब्जियों का स्वाद बढ़ाने में उपयोग होता है।
  • औषधीय और सौंदर्य उत्पादों में: इसका उपयोग आयुर्वेदिक दवाओं और कॉस्मेटिक्स में भी किया जाता है।

मखाना की नई वैरायटी पर होगा शोध:

केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने हाल ही में बिहार दौरे के दौरान मखाना किसानों से मुलाकात की और उनकी समस्याओं को समझने के लिए खुद तालाब में उतरे। उन्होंने कांटे रहित मखाना बीज विकसित करने के लिए ICAR और रिसर्च सेंटर को निर्देश दिया है। इससे किसानों को और अधिक लाभकारी और उन्नत किस्म का बीज मिलेगा।

बिहार के किसानों के लिए सुनहरा अवसर:

बिहार में मखाना की बढ़ती मांग और स्वर्ण वैदेही जैसी उन्नत वैरायटी से किसानों को बेहतर मुनाफा और कम लागत में अधिक उत्पादन मिल सकता है। सरकार की नई योजनाओं और शोध कार्यों से मखाना खेती का भविष्य और उज्ज्वल होने की संभावना है।

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