देशभर में नई फसल की आवक शुरू होते ही गेहूं के बाजार भाव में भारी तेजी देखने को मिल रही है। इस बार किसानों को उनकी उपज का अच्छा दाम मिल रहा है, जिससे उनकी आय में जबरदस्त बढ़ोतरी हो रही है। मध्य प्रदेश, राजस्थान, उत्तर प्रदेश, महाराष्ट्र और गुजरात सहित कई राज्यों में गेहूं का भाव न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) से काफी ऊपर बना हुआ है।
विशेषज्ञों के अनुसार, इस साल गेहूं की खेती का रकबा भी बढ़ा है। 4 फरवरी 2025 तक पूरे देश में 324.38 लाख हेक्टेयर में गेहूं की बुवाई हो चुकी थी, जो पिछले साल के 318.33 लाख हेक्टेयर से अधिक है। बंपर उत्पादन की संभावनाओं के बावजूद बाजार में गेहूं की कीमतें ऊंचे स्तर पर बनी हुई हैं।
गेहूं की कीमतों पर नियंत्रण रखने के लिए केंद्र सरकार ने स्टॉक लिमिट लागू कर दी है, जो 31 मार्च 2025 तक जारी रहेगी। इसके तहत व्यापारियों, थोक विक्रेताओं, खुदरा विक्रेताओं और प्रसंस्करणकर्ताओं को निश्चित मात्रा से अधिक गेहूं स्टोर करने की अनुमति नहीं है। इसके बावजूद फिलहाल गेहूं के भाव ऊंचे बने हुए हैं और किसानों को खुली मंडियों में अच्छा दाम मिल रहा है।
इन राज्यों में मिल रहे गेहूं के सबसे ज्यादा दाम:
मध्य प्रदेश में गेहूं की औसत कीमत 2571.67 रुपये/क्विंटल है, जबकि कुछ मंडियों में यह 4500 रुपये/क्विंटल तक पहुंच चुका है।
राजस्थान में गेहूं के दाम:
राजस्थान में गेहूं की औसत कीमत 2842.04 रुपये/क्विंटल है, जबकि अधिकतम भाव 3200 रुपये/क्विंटल तक पहुंच चुका है।
उत्तर प्रदेश में गेहूं के दाम:
उत्तर प्रदेश में गेहूं का औसत भाव 2717.5 रुपये/क्विंटल है, जबकि अधिकतम भाव 3050 रुपये/क्विंटल दर्ज किया गया है।
महाराष्ट्र में गेहूं के दाम:
महाराष्ट्र में गेहूं का औसत भाव 2765 रुपये/क्विंटल है, जबकि मुंबई में अधिकतम भाव 6000 रुपये/क्विंटल तक पहुंच चुका है।
गुजरात में गेहूं के दाम:
गुजरात में गेहूं का औसत भाव 2582.33 रुपये/क्विंटल है, जबकि अधिकतम भाव 3300 रुपये/क्विंटल दर्ज किया गया है।
गेहूं के दाम घटेंगे या बढ़ेंगे?
अब तक की स्थिति को देखते हुए, गेहूं के भाव में कोई बड़ी गिरावट के संकेत नहीं मिले हैं। हालांकि, अगर एक साथ अधिक मात्रा में गेहूं बाजार में आ जाता है, तो कीमतों में हल्की गिरावट हो सकती है। विशेषज्ञों की सलाह है कि किसान अपनी फसल धीरे-धीरे बेचें, ताकि उन्हें अधिकतम लाभ मिल सके।
किसानों के लिए सुझाव:
गेहूं की बढ़ती कीमतों से किसानों को इस बार जबरदस्त फायदा हो रहा है। सरकार भी जमाखोरी रोकने और खाद्य सुरक्षा बनाए रखने के लिए कदम उठा रही है। आने वाले दिनों में कीमतों में हल्का उतार-चढ़ाव संभव है, लेकिन फिलहाल गेहूं के दाम अच्छे बने हुए हैं, जिससे किसानों की आय में वृद्धि हो रही है।