इस गाजर की खास किस्म उगाएं, पैदावार दोगुना और मार्केट में मिले मोटा दाम!

इस गाजर की खास किस्म उगाएं, पैदावार दोगुना और मार्केट में मिले मोटा दाम!
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कृषि दुनिया
  • 10 Oct, 2025 01:13 PM IST ,
  • Updated Fri, 10 Oct 2025 02:14 PM

अब सर्दियों का मौसम शुरू हो चुका है, और यही समय है गाजर की खेती शुरू करने का। अगर किसान भाई खेत की सही तैयारी, समय पर सिंचाई और जैविक खाद का उचित उपयोग करें, तो वे पहले से 2 गुना ज्यादा पैदावार हासिल कर सकते हैं। गाजर न सिर्फ एक पौष्टिक सब्जी है, बल्कि मार्केट में इसकी मांग सालभर बनी रहती है — खासकर मिठाई और सलाद में इस्तेमाल के कारण।

पूसा रुधिर: गाजर की उन्नत और ज्यादा लाभदायक किस्म

बाजार में कई तरह की गाजर की किस्में उपलब्ध हैं, लेकिन ‘पूसा रुधिर’ किसानों के बीच सबसे लोकप्रिय है। इसका आकर्षक लाल रंग, मिठास और समान आकार इसे बाजार में ज्यादा भाव दिलाता है। यह किस्म कैरोटीनॉयड और फिनोल जैसे पोषक तत्वों से भरपूर होती है, जो शरीर को एंटीऑक्सीडेंट गुण प्रदान करते हैं।

‘पूसा रुधिर’ किस्म की गाजर लंबी, चमकदार और स्वादिष्ट होती है। यही वजह है कि यह किसानों के साथ-साथ ग्राहकों की भी पसंदीदा बन गई है।

खेत की तैयारी और बुवाई का सही तरीका

गाजर की पूसा रुधिर किस्म के लिए 15°C से 25°C तापमान सबसे उपयुक्त रहता है। अक्टूबर माह में बुवाई करने से सर्वोत्तम गुणवत्ता वाली उपज मिलती है।

खेती के लिए जल निकासी वाली रेतीली दोमट मिट्टी सबसे अच्छी होती है, और इसका pH स्तर 6.0 से 7.5 के बीच होना चाहिए। बुवाई से पहले खेत को गहराई से जोतें और उसमें पर्याप्त मात्रा में गोबर की खाद या कंपोस्ट मिला दें।

बुवाई के लिए प्रति हेक्टेयर 4 से 5 किलोग्राम बीज पर्याप्त होता है। कतार से कतार की दूरी 30 सेमी और पौधे से पौधे की दूरी 7–10 सेमी रखनी चाहिए। इस तरीके से पौधों को बढ़ने के लिए पर्याप्त जगह मिलती है, जिससे उपज में सुधार होता है।

फसल की कटाई और उपज

बुवाई के लगभग 90 से 110 दिन बाद गाजर खुदाई के लिए तैयार हो जाती है। अगर सिंचाई और देखभाल सही ढंग से की जाए तो इस किस्म से किसानों को 240 से 300 क्विंटल प्रति हेक्टेयर तक उत्पादन मिल सकता है।

कई किसानों ने इस किस्म को अपनाकर लाखों का मुनाफा कमाया है। अच्छे रंग, स्वाद और बाजार मांग के कारण यह किस्म हर साल किसानों के लिए लाभ का सौदा साबित हो रही है।

निष्कर्ष

अगर आप इस रबी सीजन में कोई कम लागत और ज्यादा मुनाफे वाली फसल लेना चाहते हैं, तो गाजर की पूसा रुधिर किस्म आपके लिए सबसे अच्छा विकल्प है। सही खेत तैयारी, उपयुक्त तापमान और जैविक खाद के उपयोग से आप न केवल पैदावार बढ़ा सकते हैं, बल्कि बाजार में मोटा दाम भी पा सकते हैं।

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