MP News: एमपी में आंधी-बारिश और ओलावृष्टि से फसल बर्बाद? सरकार देगी मुआवजा, जानें कौन से जिले होंगे लाभान्वित

MP News: एमपी में आंधी-बारिश और ओलावृष्टि से फसल बर्बाद? सरकार देगी मुआवजा, जानें कौन से जिले होंगे लाभान्वित

MP में आंधी-बारिश से तबाह हुई फसलें

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कृषि दुनिया
  • 27 Mar, 2025 12:38 PM IST ,
  • Updated Thu, 27 Mar 2025 01:55 PM

मध्य प्रदेश में रबी फसलों की कटाई जोरों पर चल रही है, लेकिन हाल ही में आई तेज आंधी, बारिश और ओलावृष्टि से कई जिलों में फसलों को भारी नुकसान हुआ है। सरकारी आंकड़ों के अनुसार, प्रदेश के 12 जिलों में लगभग 2194 हेक्टेयर फसल पूरी तरह बर्बाद हो गई है।

इस नुकसान की भरपाई के लिए राज्य सरकार ने किसानों को मुआवजा देने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। इसके तहत प्रभावित क्षेत्रों में सर्वेक्षण कार्य जारी है ताकि वास्तविक नुकसान का सही आकलन किया जा सके और किसानों को राहत दी जा सके।

किन जिलों को मिलेगा मुआवजा Which districts will get compensation?

प्रदेश के जिन जिलों में फसलों को सबसे अधिक नुकसान हुआ है, वे निम्नलिखित हैं:

  1. शहडोल
  2. सिंगरौली
  3. उमरिया
  4. मैहर
  5. सागर
  6. अनूपपुर
  7. दमोह
  8. जबलपुर
  9. पन्ना
  10. सिवनी
  11. कटनी
  12. डिंडौरी

इन जिलों की 29 तहसीलों के 275 गांवों के लगभग 2160 किसानों की 2194 हेक्टेयर फसल पूरी तरह से नष्ट हो गई है। इसके अलावा, आकाशीय बिजली गिरने से 5 लोगों की मृत्यु, 16 पशुओं की हानि और 2 मकानों को नुकसान हुआ है।

फसलों के नुकसान का सर्वे जारी Which districts will get compensation:

कृषि विभाग और राजस्व विभाग की टीमों द्वारा प्रभावित क्षेत्रों का सर्वेक्षण किया जा रहा है।

अब तक मिली रिपोर्ट के अनुसार:

  1. सिंगरौली जिले में 3 तहसीलों के 50 गांव प्रभावित हुए हैं।
  2. मैहर जिले की 1 तहसील के 15 गांव क्षति का शिकार हुए हैं।
  3. शहडोल जिले की 4 तहसीलों के 34 गांवों में नुकसान हुआ है।
  4. अनूपपुर जिले की 2 तहसीलों के 2 गांव प्रभावित हुए हैं।
  5. उमरिया जिले की 2 तहसीलों के 7 गांवों में नुकसान दर्ज किया गया है।
  6. दमोह जिले की 6 तहसीलों के 105 गांवों में फसलें प्रभावित हुई हैं।
  7. पन्ना जिले की 2 तहसीलों के 2 गांवों में भी नुकसान हुआ है।
  8. जबलपुर जिले की 1 तहसील के 2 गांव प्रभावित हुए हैं।
  9. कटनी जिले की 2 तहसीलों में भी फसलों को नुकसान हुआ है।
  10. सिवनी जिले की 1 तहसील के 10 गांवों में क्षति दर्ज की गई है।
  11. डिंडौरी जिले की 3 तहसीलों के 20 गांवों में नुकसान हुआ है।
  12. सागर जिले की 2 तहसीलों के 2 गांवों में 1 जनहानि और 2 पशु हानि दर्ज की गई है।

फसलों के नुकसान की सूचना यहां दें किसान:

यदि किसानों ने अपनी फसलों का बीमा करवाया हुआ है, तो वे हुए नुकसान की सूचना इन माध्यमों से दे सकते हैं:

  1. कृषि रक्षक हेल्पलाइन नंबर 14447 पर कॉल करें।
  2. अपनी बीमा कंपनी या कृषि विभाग के अधिकारियों को 72 घंटे के अंदर सूचना दें।

अब तक 643.92 करोड़ रुपये मुआवजा दिया गया:

वित्तीय वर्ष 2024-25 के दौरान अब तक 643.92 करोड़ रुपये मुआवजा किसानों और आपदा प्रभावितों को वितरित किए गए हैं।

  • ओलावृष्टि से क्षति के लिए216.44 करोड़ रुपये
  • अग्नि पीड़ितों के लिए16.02 करोड़ रुपये
  • बाढ़ या अतिवृष्टि से क्षति के लिए104.04 करोड़ रुपये
  • सर्पदंश से मृत्यु पर98.51 करोड़ रुपये
  • पाला से क्षति पर0.13 करोड़ रुपये
  • कीट प्रकोप से क्षति पर13.13 करोड़ रुपये
  • वन्य प्राणियों द्वारा फसल क्षति पर2.18 करोड़ रुपये
  • अन्य आपदाओं के लिए154.51 करोड़ रुपये

पीएम फसल बीमा योजना के तहत मिलेगा मुआवजा:

प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना (PMFBY) के तहत किसानों को प्राकृतिक आपदाओं से हुए नुकसान पर मुआवजा मिलता है।

इस योजना के तहत, यदि किसान की 33% या इससे अधिक फसल क्षति हुई है, तो उन्हें बीमा राशि का क्लेम मिलेगा।

जोखिमों में शामिल हैं:

  •  प्राकृतिक आग और बिजली गिरने से नुकसान।
  • तूफान, ओलावृष्टि, बवंडर, भूस्खलन, कीट व रोग से क्षति।
  • सूखा, बाढ़ या अतिवृष्टि से फसलों को नुकसान।

मध्यप्रदेश सरकार ओलावृष्टि, आंधी और बारिश से प्रभावित किसानों को मुआवजा देने के लिए तत्पर है। सर्वेक्षण कार्य पूरा होते ही सरकार प्रभावित किसानों के खातों में मुआवजा राशि ट्रांसफर करेगी।

यदि आप भी इस आपदा से प्रभावित हुए हैं, तो जल्द से जल्द बीमा कंपनी, कृषि विभाग या हेल्पलाइन नंबर 14447 पर सूचना दें ताकि आपको मुआवजा मिल सके।

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