नई दिल्ली: दिवाली 2025 को लेकर चल रहा असमंजस अब खत्म हो गया है। इस साल कार्तिक अमावस्या तिथि दो दिनों तक रहने के कारण लोग यह तय नहीं कर पा रहे थे कि दीपावली 20 अक्टूबर को मनाई जाएगी या 21 अक्टूबर को। देश के प्रमुख ज्योतिषाचार्यों ने अब स्पष्ट कर दिया है कि इस वर्ष दीपावली 20 अक्टूबर 2025 (सोमवार) को मनाई जाएगी।
इस वर्ष अमावस्या तिथि 20 अक्टूबर को दोपहर 3:44 बजे से शुरू होकर 21 अक्टूबर को शाम 5:54 बजे तक रहेगी।
शास्त्रों के अनुसार, जब प्रदोष और निशीथ काल में अमावस्या तिथि रहती है, तो उसी दिन दिवाली का पर्व मनाया जाता है।
इसलिए लक्ष्मी पूजन का प्रदोष काल मुहूर्त शाम 07:08 बजे से 08:18 बजे तक रहेगा, जबकि निशीथ काल मुहूर्त रात 11:41 से 12:31 बजे तक रहेगा।
दिवाली सिर्फ एक दिन का त्योहार नहीं है, बल्कि यह पांच दिनों तक चलने वाला महापर्व है जो धनतेरस से शुरू होकर भाई दूज पर समाप्त होता है।
नीचे इस वर्ष के त्योहारों की सही तिथियां दी गई हैं:
पर्व | तिथि | दिन |
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धनतेरस | 18 अक्टूबर 2025 | शनिवार |
छोटी दिवाली (नरक चतुर्दशी) | 19 अक्टूबर 2025 | रविवार |
बड़ी दिवाली (लक्ष्मी पूजन) | 20 अक्टूबर 2025 | सोमवार |
गोवर्धन पूजा | 22 अक्टूबर 2025 | बुधवार |
भाई दूज | 23 अक्टूबर 2025 | गुरुवार |
नरक चतुर्दशी यानी छोटी दिवाली का पर्व इस बार 19 अक्टूबर 2025 को मनाया जाएगा। पंचांग के अनुसार, कार्तिक कृष्ण चतुर्दशी तिथि 19 अक्टूबर को दोपहर 1:52 बजे आरंभ होगी और उसी दिन समाप्त होगी।
गोवर्धन पूजा, जिसे अन्नकूट भी कहा जाता है, कार्तिक शुक्ल प्रतिपदा को मनाई जाती है। इस बार प्रतिपदा तिथि 21 अक्टूबर को शाम 5:55 बजे से 22 अक्टूबर को शाम 8:17 बजे तक रहेगी। उदय तिथि के अनुसार, गोवर्धन पूजा 22 अक्टूबर बुधवार को मनाई जाएगी।
भाई दूज का पर्व कार्तिक शुक्ल द्वितीया तिथि को मनाया जाता है। पंचांग के अनुसार, यह तिथि 22 अक्टूबर की रात 8:17 बजे से शुरू होकर 23 अक्टूबर की रात 10:47 बजे तक रहेगी। इसलिए भाई दूज का पर्व 23 अक्टूबर गुरुवार को मनाया जाएगा।
निष्कर्ष
इस प्रकार, दीपावली से जुड़ी तमाम अटकलों पर अब विराम लग गया है। इस साल दिवाली 20 अक्टूबर को मनाई जाएगी, जबकि धनतेरस 18 अक्टूबर, छोटी दिवाली 19 अक्टूबर, गोवर्धन पूजा 22 अक्टूबर और भाई दूज 23 अक्टूबर को पड़ेगी।
देशभर में इस शुभ पर्व की तैयारियां अब तेजी से शुरू हो चुकी हैं — बाजारों में रौनक लौट आई है और लोग माता लक्ष्मी के स्वागत की तैयारी में जुटे हैं।