भिंडी गर्मियों में उगाई जाने वाली एक लोकप्रिय सब्जी है, जो अपने पोषण और व्यावसायिक लाभों के कारण किसानों के लिए एक बेहतर विकल्प है। इसकी खेती के लिए उचित तापमान, सही मिट्टी और देखभाल की आवश्यकता होती है। अगर किसान कुछ खास तकनीकों को अपनाएं, तो वे भिंडी की खेती से अधिक उत्पादन और मुनाफा कमा सकते हैं। आइए जानते हैं गर्मी के मौसम में भिंडी की खेती के महत्वपूर्ण टिप्स।
भिंडी की अच्छी वृद्धि के लिए 20 डिग्री सेल्सियस से अधिक तापमान आवश्यक होता है, क्योंकि इसी तापमान पर अंकुरण सही तरीके से होता है। हालांकि, जब तापमान 42 डिग्री सेल्सियस से अधिक हो जाता है, तो भिंडी के फूल झड़ने लगते हैं, जिससे उत्पादन प्रभावित हो सकता है।
गर्मी में भिंडी की फसल लगभग 50 क्विंटल प्रति हेक्टेयर उपज देती है, जबकि बारिश के मौसम में यह 100 क्विंटल प्रति हेक्टेयर तक पहुंच सकती है। इसलिए, अच्छी पैदावार के लिए खेत की सही तैयारी और निराई-गुड़ाई का ध्यान रखना जरूरी है।
भिंडी की खेती के लिए भुरभुरी दोमट मिट्टी सबसे उपयुक्त होती है, जिसमें जैविक खाद और पोषक तत्वों की पर्याप्त मात्रा होनी चाहिए। खेत की तैयारी में निम्नलिखित बातों का ध्यान रखें:
भिंडी की बुवाई के लिए महत्वपूर्ण बातें:
गर्मी में बुवाई:
बारिश के मौसम में बुवाई:
खरपतवार नियंत्रण और देखभाल: भिंडी की फसल को स्वस्थ बनाए रखने के लिए खरपतवार नियंत्रण बहुत जरूरी है। समय-समय पर निराई-गुड़ाई करें, ताकि पौधों को सही मात्रा में पोषक तत्व मिलें और उनकी वृद्धि प्रभावित न हो।
अगर किसान सही तापमान, खेत की उचित तैयारी और संतुलित पोषण का ध्यान रखें, तो वे भिंडी की खेती से बेहतर उत्पादन और अधिक मुनाफा कमा सकते हैं। सही सिंचाई, खाद प्रबंधन और खरपतवार नियंत्रण अपनाकर फसल को स्वस्थ और लाभदायक बनाया जा सकता है।