भारत में कृषि केवल खाद्यान्न उत्पादन तक सीमित नहीं है, बल्कि अब किसान विविध प्रकार की फसलों और व्यावसायिक खेती की ओर भी रुख कर रहे हैं। पारंपरिक फसलों के अलावा, फूलों की खेती भी अब किसानों के लिए एक लाभदायक विकल्प बनती जा रही है। फूलों की मांग पूरे साल बनी रहती है, खासकर शादियों, त्योहारों, धार्मिक आयोजनों और सजावट के लिए इनका उपयोग अधिक होता है। यही कारण है कि आज कई किसान पारंपरिक खेती से हटकर फूलों की खेती कर अच्छी खासी कमाई कर रहे हैं।
आज हम आपको एक ऐसे किसान की कहानी बताने जा रहे हैं, जिसने सिर्फ एक बीघा जमीन में फूलों की खेती शुरू करके लाखों रुपये कमाए। उत्तर प्रदेश के सोनभद्र जिले के हिंदूहारी गांव के किसान मनोज सिंह ने पारंपरिक खेती को छोड़कर फूलों की खेती करने का फैसला किया और अपनी मेहनत व नई सोच से एक अलग पहचान बनाई। शुरुआत में कुछ कठिनाइयों के बावजूद, उन्होंने लगन और स्मार्ट प्लानिंग के साथ इस व्यवसाय को आगे बढ़ाया और आज कम लागत में ज्यादा मुनाफा कमा रहे हैं।। आइए जानते हैं कि कैसे मनोज सिंह ने फूलों की खेती से अपनी तकदीर बदली और लाखों रुपये कमाने लगे।
किसान मनोज सिंह बताते हैं कि उनके गांव में अधिकतर किसान पारंपरिक फसलों की खेती करते हैं, लेकिन उनका मन हमेशा कुछ अलग करने का था। उन्होंने देखा कि बाजार में फूलों की काफी ज्यादा मांग रहती है, जिससे प्रेरित होकर उन्होंने फूलों की खेती करने का निर्णय लिया।
जब उन्होंने शुरुआत में फूलों की खेती की, तो उन्हें कुछ कठिनाइयों का सामना करना पड़ा, लेकिन उन्होंने हिम्मत नहीं हारी और अपनी मेहनत जारी रखी। परिणामस्वरूप, आज वे फूलों की खेती से अच्छी खासी कमाई कर रहे हैं और अन्य किसानों के लिए एक प्रेरणा बन गए हैं।
मनोज सिंह कई प्रकार के फूलों की खेती करते हैं, जिनमें प्रमुख रूप से गुलाब, रजनीगंधा, गेंदा और गुलदाउदी शामिल हैं। ये फूल शादियों, त्योहारों और पूजा-पाठ में काफी उपयोग किए जाते हैं, जिससे इनकी बाजार में जबरदस्त मांग रहती है।
उन्होंने बताया कि फूलों की खेती में प्रति एकड़ लगभग 40 से 50 हजार रुपये का खर्च आता है, लेकिन जब फसल तैयार हो जाती है, तो लगभग 1 लाख रुपये प्रति एकड़ की कमाई हो जाती है।
मनोज सिंह ने अपनी तीन बीघा जमीन पर फूलों की खेती शुरू की थी। पहले साल में ही उन्होंने लाखों रुपये की कमाई कर ली। उन्होंने बताया कि फूलों की खेती में कम लागत में अधिक मुनाफा मिलता है।
आज मनोज सिंह की इस नई सोच और मेहनत की वजह से वे एक सफल किसान बन चुके हैं।
फूलों की खेती एक लाभकारी व्यवसाय है, जिसमें कम लागत में अधिक कमाई होती है। अगर किसान पारंपरिक खेती के साथ-साथ फूलों की खेती को भी अपनाते हैं, तो वे अच्छी खासी आर्थिक वृद्धि कर सकते हैं। मनोज सिंह की सफलता इस बात का उदाहरण है कि अगर मेहनत, लगन और सही योजना के साथ खेती की जाए, तो कम जमीन में भी अच्छा मुनाफा कमाया जा सकता है।