चना, मसूर एवं सरसों की खरीदी के लिए पंजीयन की अंतिम तारीख बढ़ी, अब 17 मार्च तक करें रजिस्ट्रेशन
चना, मसूर एवं सरसों की खरीदी के लिए पंजीयन की अंतिम तारीख बढ़ी, अब 17 मार्च तक करें रजिस्ट्रेशन
इस वर्ष चना, मसूर और सरसों का समर्थन मूल्य
कृषि दुनिया
12 Mar, 2025 11:52 AM IST ,
Updated Wed, 12 Mar 2025 06:22 PM
मध्यप्रदेश सरकार ने किसानों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए चना, मसूर और सरसों की खरीदी के लिए पंजीयन की अंतिम तारीख 10 मार्च 2025 से बढ़ाकर 17 मार्च 2025 कर दी है। किसानों के लिए यह एक महत्वपूर्ण खबर है, क्योंकि वे अब समर्थन मूल्य (MSP) पर अपनी फसल बेचने के लिए अधिक समय तक पंजीयन करा सकते हैं।
इस वर्ष चना, मसूर और सरसों का समर्थन मूल्य (MSP):
मध्यप्रदेश शासन के निर्देशानुसार, रबी विपणन वर्ष 2025-26 के लिए समर्थन मूल्य इस प्रकार निर्धारित किया गया है:
चना (Gram): ₹5650 प्रति क्विंटल
मसूर (Lentil): ₹6700 प्रति क्विंटल
सरसों (Mustard): ₹5950 प्रति क्विंटल
पंजीयन की प्रक्रिया और स्थान:
किसान निम्नलिखित माध्यमों से अपना पंजीयन करा सकते हैं:
ऑनलाइन पोर्टल: एमपी किसान ऐप, एमपी ऑनलाइन कियोस्क, कॉमन सर्विस सेंटर (CSC), लोक सेवा केंद्र और साइबर कैफे
सहकारी समितियां एवं विपणन संस्थाएं: इन संस्थानों में जाकर भी पंजीयन संभव होगा
मोबाइल के जरिए: किसान अपने एंड्रॉयड फोन पर 'एमपी किसान ऐप' डाउनलोड करके खुद ही पंजीयन कर सकते हैं
विशेष श्रेणी के किसानों के लिए पंजीयन नियम:
सिकमी, कोटवार, बटाईदार एवं वनपट्टाधारी किसान केवल सहकारी समितियों और विपणन संस्थानों के पंजीयन केंद्रों पर ही पंजीयन करा सकते हैं।
ग्राम पंचायत एवं तहसील कार्यालयों में सुविधा केंद्रों पर भी पंजीयन किया जाएगा।
फसल उपार्जन के बाद भुगतान की व्यवस्था:
मध्यप्रदेश सरकार किसानों को 48 घंटे में भुगतान करने की योजना पर काम कर रही है, जिससे किसानों को समय पर राशि मिल सके।
इसके लिए उत्तर प्रदेश मॉडल को अपनाया जा रहा है, जिसमें ऑनलाइन बैंक खाते में सीधा भुगतान किया जाता है।
महत्वपूर्ण तिथियां:
पंजीयन शुरू होने की तिथि: 20 फरवरी 2025
पंजीयन की अंतिम तिथि: 17 मार्च 2025
किसानों के लिए जरूरी सलाह:
किसान जल्द से जल्द अपना पंजीयन कराएं ताकि समय पर समर्थन मूल्य पर फसल बेच सकें।
आधार से लिंक बैंक खाते की जानकारी अपडेट करें ताकि भुगतान में कोई देरी न हो।
अपने जिले की मंडी में उपार्जन केंद्रों की जानकारी लें और स्लॉट बुक करें।
निष्कर्ष: पंजीयन की अंतिम तारीख बढ़ने से किसानों को राहत मिली है। अब वे 17 मार्च 2025 तक अपना रजिस्ट्रेशन करा सकते हैं और सही समय पर अपनी फसल बेचकर उचित मूल्य प्राप्त कर सकते हैं।