Mahashivratri 2025: महाशिवरात्रि 2025: जानें सही तिथि और शुभ मुहूर्त, कब करें भगवान शिव की पूजा?

Mahashivratri 2025: महाशिवरात्रि 2025: जानें सही तिथि और शुभ मुहूर्त, कब करें भगवान शिव की पूजा?

महाशिवरात्रि 2025: पूजा का सही समय, व्रत विधि और महत्व

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कृषि दुनिया
  • 22 Feb, 2025 12:44 PM IST ,
  • Updated Sat, 22 Feb 2025 01:06 PM

महाशिवरात्रि का पर्व फाल्गुन कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि को मनाया जाता है। यह दिन भगवान शिव और माता पार्वती की आराधना के लिए अत्यंत शुभ माना जाता है। हर साल अंग्रेजी कैलेंडर के अनुसार इसकी तिथि बदल जाती है, जिससे लोगों में असमंजस की स्थिति बनी रहती है। इस बार भी महाशिवरात्रि की तिथि को लेकर भ्रम है—कुछ लोग 26 फरवरी, तो कुछ 27 फरवरी को मान रहे हैं।

महाशिवरात्रि 2025 की सही तिथि:

पंचांग के अनुसार, फाल्गुन कृष्ण चतुर्दशी तिथि का प्रारंभ 26 फरवरी 2025 को सुबह 11:08 बजे होगा और यह 27 फरवरी 2025 को सुबह 08:54 बजे तक रहेगी। ऐसे में महाशिवरात्रि का व्रत और पूजन 26 फरवरी 2025 को करना शास्त्रों के अनुसार अधिक उचित होगा। इस दिन भक्त रात्रि के चार प्रहरों में भगवान शिव का विशेष पूजन-अर्चन कर सकते हैं।

महाशिवरात्रि 2025 के पूजा के शुभ मुहूर्त:

महाशिवरात्रि पर पूरे दिन से लेकर रातभर तक पूजा का विशेष महत्व होता है। खासतौर पर रात्रि पहर में शिव पूजन करने से विशेष फल की प्राप्ति होती है।

पूजा का मुहूर्तसमय
ब्रह्म मुहूर्त26 फरवरी सुबह 05:17 से 06:05 तक
पहले प्रहर की पूजा26 फरवरी शाम 06:29 से रात 09:34 तक
दूसरे प्रहर की पूजा26 फरवरी रात 09:34 से मध्यरात्रि 12:39 तक
तीसरे प्रहर की पूजा26 फरवरी रात 12:39 से 03:45 तक
चौथे प्रहर की पूजा27 फरवरी सुबह 03:45 से 06:50 तक

महाशिवरात्रि पर पूजन के लाभ:

  • पहले प्रहर की पूजा से धन और सुख-समृद्धि प्राप्त होती है।
  • दूसरे प्रहर की पूजा से सभी प्रकार के रोग और कष्ट समाप्त होते हैं।
  • तीसरे प्रहर की पूजा से व्यक्ति को यश और प्रतिष्ठा की प्राप्ति होती है।
  • चौथे प्रहर की पूजा करने से मोक्ष की प्राप्ति होती है।

महाशिवरात्रि के व्रत और पूजन की विधि:

  •  प्रातः स्नान कर स्वच्छ वस्त्र धारण करें।
  • शिवलिंग पर गंगाजल, दूध, दही, शहद, बेलपत्र, धतूरा, भस्म और अक्षत अर्पित करें।
  • रात्रि के चारों प्रहर में "ॐ नमः शिवाय" मंत्र का जाप करें।
  • शिव पुराण या शिव चालीसा का पाठ करें।
  • जरूरतमंदों को भोजन और वस्त्र का दान करें।

महाशिवरात्रि 2025 का पर्व 26 फरवरी को मनाया जाएगा, क्योंकि चतुर्दशी तिथि इसी दिन रात में होगी। इस दिन रात्रि के चारों प्रहर में भगवान शिव की पूजा का विशेष महत्व है। इस शुभ अवसर पर श्रद्धालु उत्तम फल प्राप्त करने के लिए पूरे विधि-विधान से शिव पूजन और व्रत का पालन करें।

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