मध्यप्रदेश के किसानों के लिए बड़ी खुशखबरी है। अब उन्हें खेती से जुड़ी नई तकनीकों, कृषि उपकरणों और सरकारी योजनाओं की जानकारी एक ही मंच पर मिलेगी। राज्य सरकार ने सभी संभागों में किसान मेलों के आयोजन का निर्णय लिया है, जिसकी शुरुआत 3 मई 2025 को उज्जैन संभाग के मंदसौर जिले से की जाएगी।
एमपी के किसान कल्याण एवं कृषि विकास मंत्री एदल सिंह कंषाना ने बताया कि इन किसान मेलों में कृषि, खाद्य प्रसंस्करण, उद्यानिकी और पशुपालन जैसी गतिविधियों से जुड़ी नवीनतम तकनीकें प्रदर्शित की जाएंगी। इसके साथ ही सरकारी योजनाओं की जानकारी और किसानों की समस्याओं का समाधान भी इन मेलों के माध्यम से किया जाएगा।
मेले में लगे प्रदर्शनी स्टॉल्स पर किसानों को नवीन कृषि तकनीक, उन्नत बीज, सिंचाई के आधुनिक साधन, सोलर पंप, और कृषि यंत्रों की जानकारी दी जाएगी। इसके साथ ही कृषि विभाग के अधिकारी किसानों को सरकारी योजनाओं के लाभ लेने की प्रक्रिया भी बताएंगे।
कृषि मंत्री ने यह भी घोषणा की कि अक्टूबर में राज्य स्तरीय किसान मेला भी आयोजित किया जाएगा। इसके अलावा राज्य सरकार ने अगले एक साल में 10 लाख सोलर पंप लगाने का लक्ष्य निर्धारित किया है। इस योजना से किसानों को ऊर्जादाता बनने में मदद मिलेगी और बिजली पर निर्भरता भी कम होगी।
मध्यप्रदेश कृषक कल्याण मिशन की शुरुआत:
राज्य सरकार ने “मध्यप्रदेश कृषक कल्याण मिशन” की सैद्धांतिक स्वीकृति दी है। इसके अंतर्गत किसानों को कृषि, पशुपालन, मत्स्य पालन, खाद्य प्रसंस्करण और कृषि आधारित उद्योगों की सभी योजनाओं का लाभ एक ही मंच पर मिलेगा। यह मिशन विकसित भारत 2047 के लक्ष्य को ध्यान में रखते हुए तैयार किया गया है।
सरकार का लक्ष्य – आय में वृद्धि और कुपोषण से मुक्ति:
राज्य सरकार का उद्देश्य है कि किसानों और गौ-पालकों की आय में वृद्धि हो, और कृषि से जुड़ी गतिविधियों के जरिए कुपोषण को भी दूर किया जाए। इसके लिए सरकार योजनाबद्ध और ऊर्जावान तरीके से कार्य कर रही है।
3 मई से मंदसौर से शुरू होकर पूरे एमपी में किसान मेले आयोजित किए जाएंगे, जिनमें किसानों को जागरूक, सशक्त और आत्मनिर्भर बनाने के लिए सभी जरूरी जानकारी एक ही स्थान पर उपलब्ध कराई जाएगी। ये मेले राज्य के किसानों के लिए न केवल जानकारी का केंद्र होंगे, बल्कि नई संभावनाओं के द्वार भी खोलेंगे।