किसानों के लिए बड़ी खुशखबरी! राजस्थान में मूंग की खरीद के लिए शुरू हुआ ऑनलाइन पंजीकरण

किसानों के लिए बड़ी खुशखबरी! राजस्थान में मूंग की खरीद के लिए शुरू हुआ ऑनलाइन पंजीकरण
kd-icon
कृषि दुनिया
  • 29 Sep, 2025 12:55 PM IST ,
  • Updated Mon, 29 Sep 2025 01:15 PM

श्रीगंगानगर जिले के किसानों के लिए राहत भरी खबर आई है। अब मूंग बेचने के लिए आपको मंडियों में लंबी लाइन में खड़े रहने की जरूरत नहीं है। राजस्थान सरकार ने खरीफ-2025 के लिए मूंग की खरीद पर समर्थन मूल्य (MSP) सुनिश्चित करने के लिए 27 सितंबर से ऑनलाइन पंजीकरण शुरू कर दिया है।

अगर आप मूंग की फसल बेचकर अच्छा मुनाफा कमाना चाहते हैं, तो यह मौका आपके लिए खास है। समय पर पंजीकरण कर किसान ₹8,768 प्रति क्विंटल के सरकारी तय दाम पर अपनी उपज बेच सकते हैं। देर करने पर आप इस योजना के लाभ से वंचित रह सकते हैं, इसलिए अभी ई-मित्र केंद्र पर जाकर रजिस्ट्रेशन कराएं।

मूंग और अन्य फसलों की खरीद के लिए पंजीकरण

सहकारिता मंत्री गौतम कुमार दक ने बताया कि मूंग, उड़द, मूँगफली और सोयाबीन की खरीद हेतु पंजीकरण शीघ्र ही राज्य के अन्य जिलों में भी शुरू कर दिए जाएंगे।

  • केंद्र सरकार द्वारा घोषित समर्थन मूल्य (MSP):
    • मूंग: ₹8768 प्रति क्विंटल
    • उड़द: ₹7800 प्रति क्विंटल
    • मूँगफली: ₹7263 प्रति क्विंटल
    • सोयाबीन: ₹5328 प्रति क्विंटल

बिना गिरदावरी पंजीकरण नहीं होगा मान्य

सहकारिता मंत्री ने स्पष्ट किया कि गिरदावरी के बिना किसी किसान का पंजीकरण नहीं होगा।

  • ई-मित्र केंद्रों को निर्देश दिए गए हैं कि पंजीकरण राजफेड के दिशा-निर्देशों के अनुसार सावधानीपूर्वक किया जाए।
  • नियम विरुद्ध पंजीकरण (जैसे तहसील के बाहर के किसान का पंजीकरण) करने पर कठोर कार्रवाई होगी।

खरीफ-2025 की खरीद प्रक्रिया

  • समर्थन मूल्य पर दलहन-तिलहन की खरीद PSS गाइडलाइन और केंद्र सरकार की अंडरटेकिंग के अनुसार की जाएगी।
  • जब केंद्र सरकार से जिन्सवार लक्ष्य प्राप्त होंगे, तभी खरीद प्रक्रिया आरंभ की जाएगी।
  • राजफेड अधिकारियों को खरीद से संबंधित सभी व्यवस्थाएं पूर्ण करने के निर्देश दिए गए हैं।

किसान पंजीकरण कैसे करवाएं

  1. ऑनलाइन पंजीकरण ई-मित्र पोर्टल पर प्रातः 9 बजे से सायं 7 बजे तक किया जा सकता है।
  2. पंजीकरण से पहले किसान:
    • अपने बैंक खाते और जनआधार कार्ड को अपडेट करें।
    • यदि बैंक ई-केवाईसी बकाया हो, तो उसे पूरा करें।
  3. पंजीकरण प्रक्रिया और भुगतान में कोई समस्या न हो, इसके लिए राजफेड मुख्यालय में हेल्पलाइन 1800-180-6001 स्थापित किया गया है।

निष्कर्ष

श्रीगंगानगर जिले में मूंग की ऑनलाइन पंजीकरण प्रक्रिया किसानों के लिए समय पर उपज बेचने और समर्थन मूल्य प्राप्त करने का सुनहरा अवसर है। किसान सावधानीपूर्वक अपनी जानकारी अपडेट कर ई-मित्र पर पंजीकरण कर सकते हैं ताकि खरीफ-2025 में दलहन और तिलहन की खरीद में उन्हें कोई परेशानी न हो।

Advertisement

 

 

Advertisement