दिवाली से ठीक पहले पंजाब के किसानों के लिए बड़ी खुशखबरी आई है। राज्य सरकार ने किसानों के खातों में मुआवजे की राशि ट्रांसफर करना शुरू कर दिया है। इस राहत राशि के तहत किसानों को प्रति एकड़ ₹20,000 दिए जा रहे हैं। बाढ़ से तबाह हुए खेतों और नुकसान झेल रहे किसानों के लिए यह कदम काफी राहत भरा साबित हो रहा है।
पंजाब में आई हालिया बाढ़ ने हजारों किसानों को बुरी तरह प्रभावित किया था। फसलें बर्बाद हुईं, खेतों में महीनों तक पानी भरा रहा और कई परिवारों को भारी नुकसान उठाना पड़ा।
मुख्यमंत्री भगवंत मान ने बाढ़ की तबाही रुकने के बाद तुरंत गिरदावरी का आदेश दिया था। सरकार ने लक्ष्य रखा था कि 45 दिनों में गिरदावरी पूरी होगी, लेकिन अधिकारियों ने सिर्फ 30 दिनों में ही सर्वे पूरा कर लिया, जिसके बाद किसानों के खातों में मुआवजे की राशि भेजनी शुरू कर दी गई।
राज्य सरकार की रिपोर्ट के अनुसार, पंजाब के 2,508 गांवों में बाढ़ से फसलें बर्बाद हुईं। कुल 3.5 लाख एकड़ से अधिक कृषि भूमि को नुकसान हुआ है। इस नुकसान की भरपाई के लिए सरकार ने किसानों को ₹20,000 प्रति एकड़ की दर से मुआवजा देना शुरू किया है।
दिवाली से पहले यह राहत किसानों के लिए किसी तोहफे से कम नहीं है। सरकार ने अपने संसाधनों का उपयोग करते हुए ₹13,200 अतिरिक्त मुआवजा देने का भी ऐलान किया है, ताकि अधिक प्रभावित इलाकों को विशेष सहायता मिल सके।
बाढ़ ने न सिर्फ खेतों को नुकसान पहुंचाया, बल्कि कई घर तबाह कर दिए और कई लोगों की जान भी गई। सरकार ने इस मानवीय संकट को ध्यान में रखते हुए घरों, पशुओं और मृतकों के परिजनों के लिए भी सहायता राशि तय की है।
राज्य सरकार की इस त्वरित कार्रवाई से किसानों में राहत और भरोसा दोनों देखने को मिल रहे हैं। कई किसानों ने कहा कि सरकार ने इस बार “कागजों पर नहीं, जमीन पर काम किया है।”
दिवाली से पहले इस आर्थिक मदद ने किसानों के चेहरों पर मुस्कान ला दी है और उन्हें नई उम्मीद दी है कि मुश्किल वक्त में सरकार उनके साथ खड़ी है।