आलू की खुदाई के बाद खेत में लगाएं भिंडी की ये किस्म, 45 दिनों में होगी तगड़ी कमाई!

आलू की खुदाई के बाद खेत में लगाएं भिंडी की ये किस्म, 45 दिनों में होगी तगड़ी कमाई!

पूसा ए-4 भिंडी

kd-icon
कृषि दुनिया
  • 17 Jan, 2025 11:30 AM IST ,
  • Updated Sat, 18 Jan 2025 08:37 AM

आलू की खुदाई के बाद खाली खेत का सही उपयोग

जनवरी और फरवरी के महीनों में जब आलू की खुदाई हो जाती है, तो किसान अक्सर अपने खेतों को खाली छोड़ देते हैं। लेकिन अगर इस समय में पूसा ए-4 भिंडी की अगेती किस्म की बुआई की जाए, तो 45 से 50 दिनों के भीतर शानदार मुनाफा कमाया जा सकता है। यह किस्म जल्दी तैयार होती है और बाजार में इसकी भारी मांग रहती है, जिससे किसानों को अच्छा लाभ मिल सकता है।

पूसा ए-4 भिंडी की खासियत Special Features of Pusa A-4 Okra (Bhindi):

पूसा ए-4 भिंडी की एक अगेती किस्म है, जो कम समय में तैयार हो जाती है। यह तना और फल छेदक जैसे रोगों के प्रति प्रतिरोधी होती है। इसके उच्च गुणवत्ता और स्वाद के कारण इसे उपभोक्ता बहुत पसंद करते हैं, और यह हमेशा बाजार में ऊंची कीमत पर बिकती है।

मिट्टी और जलवायु का चयन Selection of Soil and Climate:

पूसा ए-4 भिंडी की खेती के लिए मिट्टी और जलवायु का सही चयन बेहद महत्वपूर्ण है:

  • मिट्टी का प्रकार: रेतली से लेकर चिकनी मिट्टी तक इस फसल के लिए उपयुक्त मानी जाती है।
  • मिट्टी का पीएच स्तर: 6.0 से 6.5 के बीच का पीएच स्तर फसल के लिए आदर्श होता है।
  • खाद का उपयोग: खेत तैयार करते समय गोबर की खाद का उपयोग जरूर करें, जिससे मिट्टी की उर्वरकता बढ़ेगी और फसल की गुणवत्ता में सुधार होगा।

बुआई की प्रक्रिया Sowing Process:

पूसा ए-4 भिंडी की सफल खेती के लिए सही बुआई प्रक्रिया अपनाना आवश्यक है:

  1. बीज का चयन: केवल पूसा ए-4 किस्म के प्रमाणित बीजों का ही उपयोग करें।
  2. बुआई का समय: बुआई के लिए जनवरी के अंतिम सप्ताह या फरवरी के पहले सप्ताह का समय सबसे उपयुक्त होता है।
  3. खेत की तैयारी: खेत को अच्छी तरह जोतकर समतल करें और उसमें गोबर की खाद मिलाएं।
  4. बीजों की दूरी: पौधों के बीच 30 से 40 सेंटीमीटर की दूरी रखें, ताकि फसल को बढ़ने के लिए पर्याप्त स्थान मिले।

फसल की देखभाल Crop Maintenance:

भिंडी की फसल को सही देखभाल की जरूरत होती है:

  • सिंचाई: बुआई के तुरंत बाद सिंचाई करें और फिर फसल की आवश्यकता के अनुसार नियमित रूप से पानी देते रहें।
  • खरपतवार नियंत्रण: खेत में खरपतवार को समय-समय पर हटाएं, ताकि फसल को पोषक तत्वों की कमी न हो।
  • कीट प्रबंधन: जैविक कीटनाशकों का उपयोग करें ताकि फसल को कीटों से बचाया जा सके।

उत्पादन क्षमता और आर्थिक लाभ

पूसा ए-4 भिंडी 45 दिनों के भीतर तैयार हो जाती है:

  • उत्पादन क्षमता: एक एकड़ भूमि से 10 से 15 टन भिंडी का उत्पादन हो सकता है।
  • आर्थिक लाभ: इसकी खेती से किसान 3 से 4 लाख रुपये तक की कमाई कर सकते हैं।

निष्कर्ष:

अगर आप आलू की खुदाई के बाद अपने खाली खेत का सही उपयोग करना चाहते हैं, तो पूसा ए-4 भिंडी की खेती एक बेहतरीन विकल्प है। यह किस्म जल्दी तैयार होती है और बाजार में इसकी भारी मांग के कारण किसान को तगड़ा मुनाफा मिलता है। सही विधि से खेती करें और कम समय में अपनी आय बढ़ाएं।

तो अब देर किस बात की? पूसा ए-4 भिंडी की खेती शुरू करें और अपनी आमदनी को कई गुना बढ़ाएं!

Advertisement
Advertisement