किसानों को मिला दिवाली का बड़ा तोहफा! अब आधे दाम में मिलेंगे गेहूं, चना, मटर और सरसों के बीज – जानें आवेदन प्रक्रिया

किसानों को मिला दिवाली का बड़ा तोहफा! अब आधे दाम में मिलेंगे गेहूं, चना, मटर और सरसों के बीज – जानें आवेदन प्रक्रिया
kd-icon
कृषि दुनिया
  • 19 Oct, 2025 12:17 PM IST ,
  • Updated Sun, 19 Oct 2025 02:05 PM

लखनऊ। रबी सीजन की शुरुआत से पहले किसानों के लिए बड़ी खुशखबरी आई है। सरकार ने रबी फसलों के प्रमाणित बीजों पर 50% अनुदान देने की घोषणा की है। यानी अब किसान गेहूं, चना, मटर, मसूर और सरसों जैसी प्रमुख फसलों के बीज आधे दाम में खरीद सकेंगे। यह कदम खेती की लागत कम करने और किसानों की आमदनी बढ़ाने की दिशा में अहम साबित होगा।

किन फसलों पर मिल रहा है अनुदान

कृषि विभाग के अनुसार, रबी सीजन 2025-26 के लिए किसानों को गेहूं, चना, मटर, मसूर और सरसों के प्रमाणित बीज 50 प्रतिशत सब्सिडी पर उपलब्ध कराए जा रहे हैं।
राज्य के विभिन्न जिलों में कृषि विभाग ने इन फसलों की बुवाई का लक्ष्य निर्धारित किया है और उसी के अनुसार बीज वितरण शुरू किया जाएगा। किसानों को केवल बीज की आधी कीमत चुकानी होगी, जबकि बाकी राशि सरकार द्वारा वहन की जाएगी।

 किसानों को दो हेक्टेयर तक मिलेगा बीज अनुदान

एक किसान अधिकतम दो हेक्टेयर तक की भूमि के लिए अनुदानित बीज प्राप्त कर सकता है। उदाहरण के तौर पर, अगर गेहूं के प्रमाणित बीज का मूल्य ₹4,680 प्रति क्विंटल और आधार बीज का मूल्य ₹4,872 प्रति क्विंटल है, तो किसानों को यह बीज 50% रियायती दर पर उपलब्ध कराया जाएगा।
कृषि अधिकारियों ने बताया कि आगामी एक सप्ताह के भीतर बीज वितरण शुरू कर दिया जाएगा।

 बीज अनुदान पाने की प्रक्रिया

अगर किसान इस योजना का लाभ उठाना चाहते हैं, तो उन्हें अपने राजकीय बीज गोदाम से संपर्क करना होगा।
बीज लेने के लिए किसान को केवल आधार कार्ड और खतौनी की आवश्यकता होगी। वहां पीओएस मशीन पर अंगूठा लगाकर किसान अनुदानित दर पर बीज प्राप्त कर सकेंगे।

 जिला कृषि अधिकारी की किसानों से अपील

जिला कृषि अधिकारी ने किसानों से अपील की है कि वे जल्द से जल्द अपने नजदीकी राजकीय बीज गोदाम पर संपर्क करें और इस योजना का लाभ उठाएं। अधिकारी ने कहा कि “सरकार का उद्देश्य किसानों की उत्पादन लागत को कम करना और उन्हें गुणवत्तापूर्ण बीज उपलब्ध कराना है। इसलिए किसान इस अवसर को हाथ से न जाने दें।”

 निष्कर्ष

दिवाली से पहले सरकार की यह पहल किसानों के लिए किसी तोहफे से कम नहीं है। इससे न केवल उनकी खेती की लागत में कमी आएगी, बल्कि उन्हें बेहतर उत्पादन और अधिक मुनाफा भी मिलेगा।
कृषि विशेषज्ञों का मानना है कि अगर किसान समय पर बीज लेकर बुवाई करते हैं, तो यह रबी सीजन उनके लिए रिकॉर्ड उत्पादन वाला सीजन साबित हो सकता है।

Advertisement