Gold price history: महज 63 रुपये में 10 ग्राम सोना, भारत में कभी इतने सस्ते थे सोने के रेट, देखिए लिस्ट

Gold price history: महज 63 रुपये में 10 ग्राम सोना, भारत में कभी इतने सस्ते थे सोने के रेट, देखिए लिस्ट

सोने

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कृषि दुनिया
  • 22 Jan, 2025 01:39 PM IST ,
  • Updated Thu, 23 Jan 2025 11:02 AM

सोने की कीमतें हमेशा से ही भारतीयों के लिए एक अहम विषय रही हैं। सोना न केवल एक आभूषण है बल्कि यह एक मजबूत निवेश का रूप भी है। यदि हम भारत के सोने के रेट की बात करें, तो समय के साथ इसका मूल्य बहुत बदल चुका है। 1947 से लेकर अब तक, सोने की कीमतों में कई उतार-चढ़ाव देखे गए हैं, और यह हमें यह समझने में मदद करता है कि आखिर क्यों सोना एक अमूल्य धातु मानी जाती है। इस लेख में हम आपको भारत में सोने के रेट का विस्तृत इतिहास बताएंगे, ताकि आप जान सकें कि समय के साथ सोने की कीमतें कैसे बढ़ी और क्या कारण रहे जो इन बदलावों के लिए जिम्मेदार थे।

1947 में सोने की कीमत: मात्र ₹88.62 प्रति 10 ग्राम:

1947 में जब भारत आज़ाद हुआ, तब सोने की कीमत मात्र ₹88.62 प्रति 10 ग्राम थी। यह वह दौर था जब देश राजनीतिक और आर्थिक बदलावों से गुज़र रहा था।

1964: सोने की सबसे कम कीमत ₹63.25 प्रति 10 ग्राम:

स्वतंत्रता के बाद, 1964 में सोने की कीमत सबसे कम दर्ज की गई। इस समय 10 ग्राम सोने की कीमत मात्र ₹63.25 थी। अगर उस समय सोना खरीदा होता, तो आज उसकी कीमत हजारों गुना बढ़ चुकी होती।

1970-1980: सोने की कीमतों में तेज़ी का दौर:

1970 तक आते-आते सोने की कीमत ₹184 तक पहुंच गई। इसके बाद 1980 में यह ₹1,333 प्रति 10 ग्राम हो गई। यह बढ़ोतरी भारत की बदलती अर्थव्यवस्था और अंतरराष्ट्रीय बाजार में सोने की बढ़ती मांग को दर्शाती है।

1990 का दशक: सोने की कीमतों में लगातार वृद्धि: 1990 में सोने की कीमत ₹3,200 तक पहुंच गई। 1995 तक यह ₹4,680 हो गई। इस समय भारत की आर्थिक नीतियों में बदलाव और वैश्वीकरण का प्रभाव सोने की कीमतों पर दिखने लगा।

2000-2010: तेज़ी से बढ़ती कीमतें: 2000 में सोने की कीमत ₹4,400 थी, लेकिन 2010 तक यह बढ़कर ₹18,500 हो गई। यह बढ़ोतरी अंतरराष्ट्रीय बाजार में सोने की कीमतों में उछाल और निवेश के तौर पर सोने की मांग में वृद्धि का नतीजा थी।

2015-2020: सोने की कीमतों का नई ऊंचाइयों को छूना: 2015 में सोने की कीमत ₹26,343 थी। 2020 तक यह ₹48,651 प्रति 10 ग्राम हो गई। यह वह दौर था जब वैश्विक अस्थिरता और आर्थिक संकटों के चलते सोने की मांग बढ़ी।

2025: सोने की अनुमानित कीमत ₹82,000 प्रति 10 ग्राम: 2025 तक, अनुमान लगाया गया है कि सोने की कीमत ₹82,000 प्रति 10 ग्राम तक पहुंच सकती है। यह वृद्धि अंतरराष्ट्रीय बाजार में सोने की मांग, मुद्रा की अस्थिरता और बढ़ती महंगाई का परिणाम होगी।

भारत में सोने की खपत और आयात का प्रभाव: भारत दुनिया में सोने का दूसरा सबसे बड़ा उपभोक्ता है। 2021 में भारत ने 797.3 टन सोने की खपत की। भारी मात्रा में आयात और अंतरराष्ट्रीय बाजार की निर्भरता के कारण सोने की कीमतों में लगातार बदलाव होते रहते हैं।

सोने और महंगाई का संबंध: सोने की कीमतों का महंगाई से गहरा संबंध है। जब महंगाई बढ़ती है, तो आमतौर पर सोने की कीमतें भी बढ़ती हैं, क्योंकि लोग इसे सुरक्षित निवेश के रूप में देखते हैं।

सोने की कीमतों का सारांश (1947-2025):

सालसालाना औसत भाव (24 कैरेट प्रति 10 ग्राम)
1947₹ 88.62
1964₹ 63.25
1970₹ 184
1975₹ 540
1980₹ 1,333
1985₹ 2,130
1990₹ 3,200
1995₹ 4,680
2000₹ 4,400
2005₹ 7,000
2010₹ 18,500
2015₹ 26,343
2016₹ 28,623
2017₹ 29,667
2018₹ 31,438
2019₹ 35,220
2020₹ 48,651
2021₹ 48,720
2022₹ 52,670
2023₹ 63,185
2024₹ 78,000
2025₹ 82,000

सोने की कीमतों का इतिहास भारत की आर्थिक स्थिति और अंतरराष्ट्रीय बाजार के बदलावों को दर्शाता है। 63 रुपये प्रति 10 ग्राम से शुरू होकर 82,000 रुपये तक पहुंचने का यह सफर बताता है कि सोना सिर्फ एक धातु नहीं, बल्कि निवेश और सांस्कृतिक महत्व का प्रतीक भी है। क्या आपने कभी सोचा है, "काश 1964 में सोना खरीद लिया होता।

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