अगर आप खेती से बेहतर कमाई करना चाहते हैं, तो इस सीजन लहसुन की खेती आपके लिए बेहतरीन विकल्प हो सकती है। लेकिन सही किस्म का चुनाव न करने पर मेहनत का पूरा फायदा नहीं मिल पाता। इसलिए आज हम आपको बताएंगे लहसुन की चार ऐसी बेहतरीन वैरायटी, जिनसे किसान 200 क्विंटल प्रति हेक्टेयर तक उत्पादन लेकर बाजार में अच्छा मुनाफा कमा सकते हैं।
लहसुन की खेती में किस्म का चुनाव सबसे अहम कदम होता है। किसान भाइयों को यह ध्यान रखना चाहिए कि उनके इलाके की जलवायु, मिट्टी का प्रकार और तापमान किस किस्म के लिए उपयुक्त है।
अगर आप लहसुन को लंबे समय तक स्टोर करना चाहते हैं, तो सॉफ्ट नेक किस्में बेहतर रहती हैं। वहीं, अगर जल्दी बेचने का इरादा है तो हार्ड नेक वैरायटी भी अच्छा विकल्प हैं, लेकिन इन्हें देर तक नहीं रखा जा सकता।
साथ ही, बुवाई के लिए हमेशा स्वस्थ और मजबूत कलियों का ही इस्तेमाल करें — जिनमें फफूंदी या चोट के निशान न हों।
यह लहसुन की सबसे लोकप्रिय किस्मों में से एक है। इस वैरायटी से किसान 130 क्विंटल प्रति हेक्टेयर तक उत्पादन ले सकते हैं।
इसकी खासियत यह है कि यह धब्बा और झुलसा रोग के प्रति प्रतिरोधी होती है। फसल लगभग 165 दिन में तैयार हो जाती है, और एक गांठ में 20 से 25 कलियाँ होती हैं।
इसकी खेती मध्य प्रदेश, गुजरात और महाराष्ट्र के किसान बड़ी सफलता से कर रहे हैं।
यह किस्म बड़ी और सफेद कलियों के लिए जानी जाती है, जो बाजार में खूब पसंद की जाती हैं।
अगर आप जी-282 वैरायटी की खेती करते हैं, तो प्रति हेक्टेयर 175 से 200 क्विंटल तक उत्पादन लिया जा सकता है।
इस वैरायटी की रोटियों और मसालों में खुशबू अधिक होती है, जिससे यह व्यावसायिक रूप से काफी लाभदायक साबित होती है।
यह किस्म भी किसानों के बीच लोकप्रिय है। फसल को तैयार होने में 165 से 170 दिन का समय लगता है।
प्रति हेक्टेयर किसान 130 से 140 क्विंटल तक उत्पादन प्राप्त कर सकते हैं।
इसकी कलियाँ मध्यम आकार की और सफेद होती हैं, जो बाजार में आसानी से बिक जाती हैं।
अगर आप तेज़ी से तैयार होने वाली वैरायटी चाहते हैं, तो यमुना सफेद-3 (G-282) आपके लिए बेहतर विकल्प है।
यह फसल 140 से 150 दिन में तैयार हो जाती है और प्रति हेक्टेयर 150 से 175 क्विंटल तक उत्पादन देती है।
एक गांठ में 15 से 18 कलियाँ होती हैं, जो आकार में एकसमान और गुणवत्ता में बेहतर होती हैं।
अगर आपके इलाके में देसी लहसुन की डिमांड अधिक है, या आप जैविक खेती (Organic Farming) करते हैं, तो देसी वैरायटी भी बेहतरीन विकल्प साबित हो सकती है।
इसकी खुशबू और स्वाद आमतौर पर विदेशी किस्मों से ज़्यादा तीखा और प्रबल होता है, इसलिए ग्राहक इसे खास पसंद करते हैं।
कुल मिलाकर, लहसुन की खेती में सही किस्म का चुनाव ही सफलता की कुंजी है। ऊपर बताई गई इन वैरायटियों से न सिर्फ अधिक उत्पादन मिलता है, बल्कि किसान बाजार में भी बेहतर दाम पा सकते हैं।
अगर आप खेती में नया प्रयोग करना चाहते हैं, तो इस बार लहसुन की इन किस्मों में से कोई एक चुनें — और खेती से कमाई का नया रिकॉर्ड बनाएं!