पराली जलाने पर 3 महीने की रोक, कानून तोड़ने पर होगी FIR और भारी जुर्माना

पराली जलाने पर 3 महीने की रोक, कानून तोड़ने पर होगी FIR और भारी जुर्माना

पराली जलाने पर सख्त प्रतिबंध

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कृषि दुनिया
  • 06 Mar, 2025 01:49 PM IST ,
  • Updated Fri, 07 Mar 2025 02:15 PM


मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में प्रशासन ने पराली जलाने पर सख्त प्रतिबंध लगा दिया है। अब यदि कोई किसान पराली जलाता है, तो उसके खिलाफ FIR दर्ज की जाएगी और भारी जुर्माना लगाया जाएगा। यह प्रतिबंध अगले 3 महीनों तक लागू रहेगा, यानी 5 मई 2025 तक कोई भी किसान खेत में फसल अवशेष नहीं जला सकेगा। चलिए जानते हैं, किसानों को किन नियमों का पालन करना होगा।

पराली जलाने पर सख्त प्रतिबंध:

कटाई के बाद खेत में बची पराली को जलाना अब पूरी तरह से प्रतिबंधित कर दिया गया है। मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में प्रशासन ने सख्त कदम उठाते हुए आदेश जारी किए हैं कि अब कोई भी किसान पराली नहीं जला सकता। यदि कोई किसान इस नियम का उल्लंघन करता है, तो उस पर कानूनी कार्रवाई की जाएगी

3 महीने तक पराली जलाने की मनाही:

ADM सिद्धार्थ जैन ने बुधवार को आदेश जारी करते हुए कहा कि अब से 3 महीने तक किसान पराली नहीं जला सकते। इस प्रतिबंध का पालन 5 मई 2025 तक किया जाएगा। इससे पहले भी कलेक्टर कौशलेंद्र विक्रम सिंह ने नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल (NGT) के निर्देशों का पालन करते हुए पराली जलाने पर रोक लगाई थी।

पराली जलाने के नुकसान:

पराली जलाने से किसानों और पर्यावरण को कई गंभीर नुकसान होते हैं। यही कारण है कि सरकार इस पर सख्ती से प्रतिबंध लगा रही है

  1. मिट्टी की उर्वरता कम होती है – पराली जलाने से खेत में मौजूद महत्वपूर्ण जैविक तत्व नष्ट हो जाते हैं
  2. किसान के कीट-मित्र खत्म हो जाते हैं – मिट्टी में मौजूद लाभदायक कीड़े-मकोड़े और सूक्ष्म जीव भी मर जाते हैं
  3. पर्यावरण प्रदूषित होता है – पराली जलाने से हवा में जहरीला धुआं फैलता है, जिससे स्वास्थ्य समस्याएं बढ़ती हैं।
  4. आग से नुकसान होता है – कई बार पराली जलाने से आसपास के इलाकों में आग फैलने का खतरा बढ़ जाता है।

पराली का सही उपयोग कैसे करें?

सरकार किसानों को पराली जलाने के बजाय इसके वैकल्पिक उपयोग करने की सलाह दे रही है, जिससे खेती को अधिक फायदेमंद बनाया जा सकता है

  •  जैविक खाद तैयार करें – पराली से कम्पोस्ट खाद बनाई जा सकती है, जो मिट्टी की उर्वरता को बढ़ाती है
  • मल्चिंग के रूप में उपयोग करें – पराली को मल्चिंग के लिए इस्तेमाल किया जा सकता है, जिससे मिट्टी में नमी बनी रहती है
  • रोटावेटर मशीन से पराली को नष्ट करें – कई किसान रोटावेटर या अन्य आधुनिक उपकरणों का उपयोग कर पराली को खेत में ही नष्ट कर रहे हैं।

भोपाल में 5 मई 2025 तक पराली जलाने पर सख्त प्रतिबंध लागू किया गया है। यदि कोई किसान पराली जलाते हुए पाया गया, तो उसके खिलाफ FIR दर्ज होगी और भारी जुर्माना लगाया जाएगा। किसानों को चाहिए कि वे पराली जलाने के बजाय इसके सही उपयोग की ओर ध्यान दें, जिससे पर्यावरण भी सुरक्षित रहेगा और खेत की उर्वरता भी बनी रहेगी

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