नई दिल्ली। सरसों की खेती करने वाले किसानों के लिए खुशखबरी है। अगर आप उच्च उत्पादन देने वाली सरसों की वैरायटी की तलाश में हैं, तो RH-1706 किस्म आपके लिए बेहतरीन विकल्प साबित हो सकती है। यह किस्म किसानों को प्रति हेक्टेयर 25 से 37 क्विंटल तक उत्पादन देने में सक्षम है। सबसे खास बात यह है कि किसान इस बीज को अब सिर्फ ₹300 में 2 किलो पैक के रूप में घर बैठे ऑनलाइन ऑर्डर कर सकते हैं।
RH-1706 सरसों की यह वैरायटी चौधरी चरण सिंह हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय, हिसार द्वारा विकसित की गई है। यह एक उच्च उपज देने वाली भारतीय सरसों की किस्म है, जिसे देशभर के किसान तेजी से अपना रहे हैं।
इस किस्म की सबसे बड़ी खासियत है कि यह 130 से 135 दिनों में पककर तैयार हो जाती है। इसकी फलियां लंबी होती हैं और एक पौधे पर 18 से 20 तक फलियां आती हैं, जिनमें मोटे और भरपूर दाने निकलते हैं।
RH-1706 किस्म में ब्लाइट, रस्ट और एसिड जैसे रोगों के प्रति मजबूत प्रतिरोधक क्षमता होती है। इसमें तेल की मात्रा भी अधिक होती है, जिससे यह व्यावसायिक दृष्टि से लाभदायक साबित होती है।
कम सिंचाई वाले इलाकों के लिए भी यह किस्म उपयुक्त है। जिन क्षेत्रों में पानी की कमी होती है, वहां भी किसान इस वैरायटी से बेहतर उत्पादन प्राप्त कर सकते हैं।
विशेषज्ञों के अनुसार, अगर किसान समय पर बुवाई करें और संतुलित मात्रा में खाद और सिंचाई का ध्यान रखें, तो यह वैरायटी अन्य किस्मों की तुलना में काफी अधिक पैदावार देती है।
RH-1706 किस्म के बीज की कीमत बहुत ही किफायती रखी गई है। किसान इस बीज का 2 किलो पैकेट मात्र ₹300 में खरीद सकते हैं।
इसे नेशनल सीड्स कॉरपोरेशन लिमिटेड (NSC) के ऑनलाइन स्टोर से सीधे मंगवाया जा सकता है। ऑर्डर करने के लिए किसान https://www.mystore.in/en/product/nsc-barnyard-millet वेबसाइट पर जाकर आसानी से बुकिंग कर सकते हैं।
NSC प्लेटफॉर्म पर किसानों को न केवल सरसों बल्कि अन्य फसलों, फलों और फूलों के बीज भी उचित दरों पर मिलते हैं। समय-समय पर कंपनी द्वारा त्योहारों या विशेष अवसरों पर छूट भी दी जाती है।
कुल मिलाकर, RH-1706 सरसों की वैरायटी उन किसानों के लिए एक उत्कृष्ट विकल्प है जो कम लागत में ज्यादा उत्पादन चाहते हैं। यह किस्म कम पानी, अधिक तेल मात्रा और रोग प्रतिरोधक क्षमता जैसी खूबियों के कारण लोकप्रिय हो रही है।
किसान अगर इसे सही समय पर अपनाएं, तो वे प्रति हेक्टेयर 27 क्विंटल तक उपज हासिल कर सकते हैं और अपनी आमदनी में उल्लेखनीय बढ़ोतरी कर सकते हैं।