मधुमक्खी पालन एक लाभदायक व्यवसाय है, जिसमें कम लागत में अधिक मुनाफा कमाया जा सकता है। आज के समय में शुद्ध शहद की मांग तेजी से बढ़ रही है, जिससे इस क्षेत्र में रोजगार के नए अवसर उपलब्ध हो रहे हैं। किसानों और उद्यमियों के लिए यह एक बेहतरीन मौका है, खासकर उन लोगों के लिए जो खेती-किसानी के साथ अतिरिक्त आय अर्जित करना चाहते हैं।
बिहार सरकार ने मधुमक्खी उत्पादक योजना शुरू की है, जिसके तहत किसानों और उद्यमियों को 80% तक की सब्सिडी दी जा रही है। यानी कि सिर्फ 20% खर्च करके कोई भी व्यक्ति अपना मधुमक्खी पालन व्यवसाय शुरू कर सकता है। इस योजना के तहत व्यावसायिक प्रशिक्षण, आधुनिक यंत्र और अन्य सुविधाएं भी दी जाएंगी, जिससे इस व्यवसाय को सुचारू रूप से किया जा सके।
इस योजना के तहत सरकार द्वारा 20 बॉक्स और न्यूनतम 10 बॉक्स दिए जाएंगे, जिससे मधुमक्खी पालन शुरू किया जा सके। इसके साथ ही हनी एक्सट्रैक्टर, बी बॉक्स, बी हाइव्स और फूड ग्रेड कंटेनर भी उपलब्ध कराए जाएंगे, जिससे लागत में कमी आएगी और उत्पादन में वृद्धि होगी।
इसके अलावा, प्राधिकृत संस्थानों द्वारा विशेष ट्रेनिंग दी जाएगी, जिससे लाभार्थियों को मधुमक्खी पालन की सही तकनीक सीखने का मौका मिलेगा। इससे न केवल उत्पादन बढ़ेगा बल्कि शहद की गुणवत्ता भी बेहतर होगी, जिससे बाजार में अच्छे दाम मिल सकेंगे।
इस योजना का लाभ बिहार का कोई भी किसान या इच्छुक व्यक्ति ले सकता है, जो मधुमक्खी पालन का व्यवसाय शुरू करना चाहता है। हालांकि, जो लोग पिछले 3 वर्षों में इस योजना का लाभ ले चुके हैं, वे दोबारा आवेदन नहीं कर सकते।
आवेदन करने के लिए आवेदक की आयु 18 वर्ष या उससे अधिक होनी चाहिए। साथ ही, आवेदक के पास बिहार राज्य का निवास प्रमाण पत्र होना आवश्यक है।
इस योजना के लिए आवेदन प्रक्रिया पूरी तरह से ऑनलाइन है। आवेदन करने के लिए बिहार सरकार की आधिकारिक वेबसाइट पर जाना होगा:
https://horticulture.bihar.gov.in/
आवेदन के लिए आवश्यक दस्तावेज:
मधुमक्खी पालन कम लागत में शुरू किया जाने वाला एक फायदेमंद व्यवसाय है। सरकार द्वारा दी जा रही 80% सब्सिडी का लाभ उठाकर कोई भी किसान या युवा स्वरोजगार शुरू कर सकता है।
अगर आप भी इस योजना का लाभ लेना चाहते हैं, तो जल्दी से आवेदन करें और अपने मधुमक्खी पालन व्यवसाय की शुरुआत करें।
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