Marigold cultivation: बिहार में गेंदा फूल की खेती पर 50% सब्सिडी, जानें पात्रता और आवेदन प्रक्रिया

Marigold cultivation: बिहार में गेंदा फूल की खेती पर 50% सब्सिडी, जानें पात्रता और आवेदन प्रक्रिया

गेंदा फूल की खेती पर 50% सब्सिडी

kd-icon
कृषि दुनिया
  • 16 Dec, 2025 12:56 PM IST ,
  • Updated Tue, 16 Dec 2025 06:57 PM

अगर आप किसान हैं और कम लागत में ज्यादा मुनाफे वाली खेती की तलाश कर रहे हैं, तो यह खबर आपके लिए बेहद खास है। बिहार सरकार ने किसानों की आय बढ़ाने की दिशा में एक बड़ा और असरदार फैसला लिया है। रबी सीजन के लिए राज्य में “फूल (गेंदा) विकास योजना” को मंजूरी दी गई है, जिसके तहत गेंदा फूल की खेती करने वाले किसानों को 50 प्रतिशत तक सब्सिडी दी जाएगी। इसके लिए सरकार ने 8 करोड़ रुपये का बजट भी तय किया है।

यह योजना न सिर्फ किसानों को नकदी फसल की ओर प्रोत्साहित करेगी, बल्कि फूलों की बढ़ती बाजार मांग का सीधा फायदा भी दिलाएगी। धार्मिक आयोजनों, शादियों और त्योहारों में गेंदा फूल की सालभर जरूरत रहती है, ऐसे में सरकार का यह कदम किसानों के लिए आय का नया रास्ता खोल सकता है। अगर आप भी खेती से आमदनी बढ़ाना चाहते हैं, तो यह योजना आपके लिए सुनहरा मौका साबित हो सकती है।

प्रति हेक्टेयर 40 हजार रुपये तक मिलेगा अनुदान

फूल (गेंदा) विकास योजना के तहत कृषि विभाग ने गेंदा उत्पादन की इकाई लागत 80,000 रुपये प्रति हेक्टेयर तय की है। इसमें से 50 प्रतिशत यानी अधिकतम 40,000 रुपये प्रति हेक्टेयर किसानों को अनुदान के रूप में दिए जाएंगे। इसके अलावा, किसानों को गेंदा फूल की पौध भी अनुदानित दर पर उपलब्ध कराई जाएगी, जिससे शुरुआती लागत और कम हो सके।

राज्य के सभी जिलों के किसान ले सकेंगे लाभ

इस योजना का लाभ बिहार के सभी जिलों के किसान उठा सकते हैं। चाहे छोटे किसान हों या बड़े, सभी पात्र किसानों को आवेदन का अवसर दिया गया है। सरकार का उद्देश्य है कि अधिक से अधिक किसान फूलों की खेती की ओर आकर्षित हों और परंपरागत फसलों के साथ-साथ नकदी फसलों से भी आमदनी बढ़ा सकें।

पुष्पन के बाद मिलेगी अनुदान राशि

अनुदान की राशि सीधे किसानों के बैंक खाते में ट्रांसफर की जाएगी, लेकिन इसका भुगतान फसल में पुष्पन (फूल आने) के बाद किया जाएगा। इसके लिए संबंधित प्रखंड उद्यान पदाधिकारी की अनुशंसा और जिला पदाधिकारी की स्वीकृति आवश्यक होगी। सभी प्रक्रियाएं पूरी होने के बाद राशि एकमुश्त किसानों के खाते में भेजी जाएगी।

महिला किसानों को मिलेगी विशेष प्राथमिकता

सरकार ने इस योजना में सामाजिक समावेशन पर भी खास जोर दिया है। लाभार्थियों के चयन में कम से कम 30 प्रतिशत महिला किसानों की भागीदारी सुनिश्चित की गई है। कृषि मंत्री के अनुसार, इससे महिलाओं को आत्मनिर्भर बनने का अवसर मिलेगा और ग्रामीण अर्थव्यवस्था को भी मजबूती मिलेगी।

किसानों की आय बढ़ाने की दिशा में बड़ा कदम

सरकार का मानना है कि इस योजना से न केवल फूलों की स्थानीय और क्षेत्रीय मांग पूरी होगी, बल्कि किसानों की आय में भी सीधी और ठोस बढ़ोतरी होगी। आने वाले समय में बिहार को फूल उत्पादन के क्षेत्र में एक अग्रणी राज्य के रूप में स्थापित करने की दिशा में यह योजना अहम भूमिका निभाएगी।

आवेदन प्रक्रिया पूरी तरह ऑनलाइन

कृषि मंत्री रामकृपाल यादव ने जानकारी दी कि योजना का लाभ लेने के लिए किसानों को डीबीटी (DBT) पोर्टल पर पंजीकरण कर ऑनलाइन आवेदन करना होगा। लाभार्थियों का चयन पहले आओ, पहले पाओ के आधार पर किया जाएगा। इसलिए इच्छुक किसानों को समय रहते आवेदन करने की सलाह दी गई है।

अक्सर पूछे जाने वाले सवाल (FAQs)

Q1. बिहार में गेंदा फूल की खेती पर कितनी सब्सिडी मिलेगी?
बिहार सरकार की “फूल (गेंदा) विकास योजना” के तहत गेंदा फूल की खेती पर किसानों को लागत का 50 प्रतिशत अनुदान दिया जाएगा। प्रति हेक्टेयर अधिकतम 40,000 रुपये तक की सब्सिडी मिलेगी।

Q2. बिहार में गेंदा फूल की खेती सब्सिडी के लिए आवेदन कैसे करें?
किसान डीबीटी (DBT) पोर्टल के माध्यम से ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं। आवेदन के लिए पहले पोर्टल पर पंजीकरण जरूरी है।

Q3. क्या महिला किसानों को इस योजना में प्राथमिकता दी जाएगी?
हाँ, इस योजना में 30 प्रतिशत महिला किसानों की भागीदारी सुनिश्चित की गई है और चयन में उन्हें विशेष प्राथमिकता दी जाएगी।

Q4. गेंदा फूल के पौधे किसानों को कैसे मिलेंगे?
कृषि विभाग की ओर से किसानों को गेंदा फूल के पौधे अनुदानित दर पर उपलब्ध कराए जाएंगे।

Advertisement