सोयाबीन के भाव को लेकर किसानों और व्यापारियों में चिंता बनी हुई है। दोनों के पास सोयाबीन का स्टॉक है, और इस बढ़ोतरी की उम्मीद में किसानों ने कम मात्रा में सोयाबीन बेचा है। वहीं, व्यापारियों ने सीजन की शुरुआत में, अक्टूबर माह में, तेज कीमतों पर सोयाबीन खरीदकर स्टॉक कर लिया था।
अब सोयाबीन के भाव बढ़ने की संभावना बन रही है, हालांकि विशेषज्ञ इस बात का अनुमान नहीं लगा पा रहे हैं कि यह स्थिति कब तक बनी रहेगी और भाव स्थिर कब होंगे।
खाद्य तेलों के आयात से सोयाबीन का बाजार प्रभावित हुआ है। भारत ने कुछ साल पहले खाद्य तेलों के आयात पर शुल्क कम किया था, जिसके बाद इंडोनेशिया और मलेशिया जैसे देशों ने पाम तेल की डंपिंग शुरू कर दी, जिससे घरेलू तेलहनी फसलों, जैसे सोयाबीन के भावों में गिरावट आई। पिछले महीने पाम तेल के आयात में 23% बढ़ोतरी दर्ज की गई है, जिससे किसानों और उद्योगपतियों को नुकसान हो रहा है।
हालांकि, सरकार ने अब खाद्य तेलों के आयात पर शुल्क बढ़ा दिया है, जिससे स्थिति में सुधार की उम्मीद जताई जा रही है, लेकिन इसमें समय लगेगा। इसके परिणामस्वरूप, सोयाबीन के भाव में थोड़ी राहत देखने को मिल सकती है।
दिसंबर के अंतिम सप्ताह में बारिश और ओलावृष्टि ने सरसों की फसल को नुकसान पहुँचाया है, जिससे सोयाबीन के भाव में वृद्धि हो सकती है। उत्तर भारत के कई राज्यों में बारिश हो रही है, और राजस्थान के अलवर में ओलावृष्टि के कारण सरसों की फसल को भारी नुकसान हुआ है।
इसके अलावा, सोयाबीन तेल की आपूर्ति में कमी होने से बाजार में भाव बढ़ने की संभावना बन गई है। किसान कम दामों पर माल बेचने से बच रहे हैं, जिसके कारण प्लांट अपनी पूरी क्षमता से काम नहीं कर पा रहे हैं।
अंतरराष्ट्रीय बाजार और चीन का असर:
अंतरराष्ट्रीय बाजार में चीन ने हाल ही में अमेरिका से सोयाबीन की बड़ी मात्रा खरीदी है, जिससे वैश्विक बाजार में संतुलन बना रह सकता है। चीन की सरकार ने करीब 500,000 मेट्रिक टन अमेरिकी सोयाबीन खरीदी है। इससे सोयाबीन के भाव में वैश्विक स्तर पर स्थिरता आ सकती है, लेकिन अमेरिकी और ब्राजील की फसलें भारी आपूर्ति का कारण बन रही हैं, जिससे दीर्घकालिक कीमतों पर दबाव भी पड़ सकता है।
सोयाबीन के भाव में अपेक्षित वृद्धि:
विशेषज्ञों का कहना है कि 2025 में सोयाबीन का भाव ₹5300 प्रति क्विंटल तक जा सकता है, लेकिन इसके आगे बढ़ने की संभावना कम है। वर्तमान में मध्य प्रदेश और महाराष्ट्र की मंडियों में सोयाबीन के भाव ₹4000 से ₹4300 प्रति क्विंटल के बीच हैं।
जनवरी में सोयाबीन के भाव में वृद्धि की संभावना जताई जा रही है। सोयाबीन के भाव में 200-300 रुपये तक की बढ़ोतरी हो सकती है, और सोयाबीन प्लांटों की खरीदारी भी बढ़ने की संभावना है।
निष्कर्ष: सोयाबीन के भाव में आने वाले समय में हल्की बढ़ोतरी की संभावना है, लेकिन यह स्थिरता की ओर नहीं बढ़ सकता। सरकार की नीतियों, मौसम की स्थितियों, और अंतरराष्ट्रीय बाजार के प्रभाव से भाव में उतार-चढ़ाव हो सकता है। व्यापारियों का मानना है कि 2025 में सोयाबीन के भाव ₹5300 प्रति क्विंटल से अधिक नहीं जा सकते।