गेहूं की फसल में खरपतवार से बचाव के लिए जानें कौन सी दवाएं हैं सबसे कारगर
गेहूं की फसल में खरपतवार से बचाव के लिए जानें कौन सी दवाएं हैं सबसे कारगर
गेहूं की फसल में खरपतवार नियंत्रण
कृषि दुनिया
28 Jan, 2025 03:20 PM IST ,
Updated Tue, 28 Jan 2025 07:35 PM
गेहूं की फसल में खरपतवारों का प्रकोप किसानों के लिए एक बड़ी चुनौती है। यह न केवल फसल की वृद्धि को प्रभावित करता है बल्कि उपज को भी कम कर देता है। आमतौर पर गेहूं की फसल में वन गेहूं, जंगली जई, आरी घास, बथुआ, प्याजी और मोथा जैसे खरपतवार उग आते हैं। इनसे बचाव के लिए सही दवाओं और तकनीकों का उपयोग करना बेहद जरूरी है। बिहार कृषि विभाग ने इस समस्या से निपटने के लिए किसानों को विशेष सलाह जारी की है। आइए जानते हैं इन खरपतवारों के नियंत्रण के लिए कौन-कौन सी दवाएं उपयोगी हैं और छिड़काव का सही तरीका क्या है।
सकरी पत्ती वाले खरपतवारों के लिए प्रभावी दवाएं:
सकरी पत्ती वाले खरपतवार जैसे वन गेहूं, जंगली जई और आरी घास को नियंत्रित करने के लिए निम्न दवाओं का उपयोग किया जा सकता है:
सल्फोराल्फ़्यूरान 75% डब्ल्यू.जी.:
13.5 ग्राम दवा को 6 लीटर पानी में 500 मिलीलीटर सरफेक्टेन्ट के साथ घोलें।
इस घोल को 120-200 लीटर पानी में मिलाकर प्रति एकड़ छिड़काव करें।
छिड़काव का सही समय गेहूं की बुआई के 30-35 दिन बाद है।
क्लोडिनाफॉप प्रोपरजिल 15% डब्ल्यू.पी.:
160 ग्राम दवा को निर्धारित मात्रा के पानी में घोलकर प्रति एकड़ छिड़काव करें।
चौड़ी पत्ती वाले खरपतवारों के लिए दवाएं:
अगर खेत में बथुआ, प्याजी, कृष्णनील और तीन पत्तियाँ जैसे चौड़ी पत्ती वाले खरपतवार हो गए हैं, तो निम्न दवाओं का उपयोग करें:
मेटसल्फ़्यूरान मिथाइल 20% डब्ल्यू.पी.:
8 ग्राम दवा को 6 लीटर पानी और 200 मिलीलीटर सरफेक्टेन्ट के साथ मिलाएं।
इसे 120-200 लीटर पानी में घोलकर बुआई के 25-35 दिनों के बाद प्रति एकड़ छिड़काव करें।
16 ग्राम दवा में 500 मिलीलीटर सरफेक्टेन्ट मिलाकर प्रति एकड़ निर्धारित पानी में छिड़काव करें।
2,4 डी इथाईल ईस्टर 38% ईसी:
0.5 लीटर दवा को प्रति एकड़ पानी में घोलें।
इसे बुआई के 30-35 दिनों के बाद छिड़काव करें।
खरपतवार नियंत्रण में सावधानियां:
खरपतवारों के प्रभावी नियंत्रण के लिए छिड़काव के समय निम्नलिखित सावधानियां बरतना बेहद जरूरी है:
साफ मौसम में छिड़काव करें: बारिश, कोहरा या तेज हवा के समय छिड़काव से बचें।
छिड़काव यंत्र का सही उपयोग करें: कट नोजल, फ्लड जेट नोजल या फ्लैट फैन नोजल का उपयोग करें।
सुरक्षात्मक उपाय अपनाएं:
छिड़काव के दौरान आंख, मुंह और नाक की सुरक्षा के लिए फेस मास्क पहनें।
हाथ और पैर की सुरक्षा के लिए दस्ताने और जूते का उपयोग करें।
खेत में गतिविधि रोकें: छिड़काव के दिन खेत में मानव या पशु गतिविधि न होने दें।
हवा की दिशा का ध्यान रखें: हवा की विपरीत दिशा में छिड़काव से बचें।
गेहूं की फसल में खरपतवारों का सही समय पर नियंत्रण करना उपज को बढ़ाने के लिए बेहद जरूरी है। किसान सकरी और चौड़ी पत्ती वाले खरपतवारों की पहचान कर, बताए गए शाकनाशी रसायनों का सही मात्रा में उपयोग कर सकते हैं। साथ ही, छिड़काव के दौरान सावधानियां बरतना भी आवश्यक है। इन उपायों को अपनाकर किसान न केवल फसल की गुणवत्ता बढ़ा सकते हैं, बल्कि उत्पादन में भी इजाफा कर सकते हैं।