दिल्ली-NCR में गर्मी का कहर शुरू: दिल्ली और आसपास के क्षेत्रों में गर्म हवाओं का दौर एक बार फिर लौट आया है। मौसम विभाग के अनुसार, राजधानी में 16 अप्रैल से लू का नया दौर शुरू हो चुका है। यह लू कम से कम दो दिन तक चल सकती है, इसके बाद एक दिन राहत मिलने की संभावना है, फिर तीन दिन तक दोबारा लू का प्रकोप रहेगा। अनुमान है कि अधिकतम तापमान 40 से 41 डिग्री सेल्सियस के बीच रहेगा, जबकि न्यूनतम तापमान 25 डिग्री सेल्सियस तक हो सकता है। सतही हवाएं भी तेज गति से चल सकती हैं, जिससे गर्मी और अधिक असहनीय हो सकती है।
राजस्थान और गुजरात जैसे पश्चिमी राज्यों में भीषण गर्मी की चेतावनी दी गई है। राजस्थान में 18 अप्रैल तक और गुजरात में 17 अप्रैल तक लू चलने की संभावना जताई गई है। इन राज्यों के कई इलाकों में गर्म हवा और तेज धूप लोगों को परेशान कर सकती है। मौसम विभाग ने यहां लोगों को सावधानी बरतने की सलाह दी है, खासकर बुजुर्गों और बच्चों को दोपहर में बाहर निकलने से बचने की हिदायत दी गई है।
मौसम विभाग के मुताबिक, 16 से 20 अप्रैल के बीच पश्चिमी हिमालयी क्षेत्र में एक तीव्र पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय होगा। यह विक्षोभ 18 और 19 अप्रैल को अपनी चरम स्थिति में रहेगा, जिसके कारण जम्मू-कश्मीर, हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड में बारिश और बर्फबारी हो सकती है। वहीं उत्तर-पश्चिम भारत के मैदानी इलाकों में भी इसका असर देखने को मिलेगा, जहां गरज के साथ बारिश और बिजली गिरने की संभावना है।
पूर्वी भारत में भी मौसम तेजी से करवट ले रहा है। बिहार में 17 अप्रैल को भारी बारिश का पूर्वानुमान है, वहीं 20 से 22 अप्रैल तक कई जिलों में आंधी और गरज-चमक के साथ बारिश हो सकती है। गंगा के मैदानी इलाकों में तेज हवाओं और बिजली गिरने की घटनाएं हो सकती हैं। पश्चिम बंगाल में भी 17 और 18 अप्रैल को इसी तरह के मौसम की संभावना जताई गई है।
पूर्वोत्तर भारत रहेगा सावधान: पूर्वोत्तर राज्यों जैसे असम, मेघालय और अरुणाचल प्रदेश में भी भारी बारिश और आंधी-तूफान का खतरा बना हुआ है। 17 से 22 अप्रैल तक इन इलाकों में गरज-चमक के साथ मूसलाधार बारिश हो सकती है। बिजली गिरने की घटनाएं भी संभव हैं, इसलिए लोगों को सतर्क रहने की जरूरत है।
दक्षिण भारत में बारिश और तेज हवाओं की संभावना: दक्षिण भारत के तमिलनाडु, पुडुचेरी, कराईकल, तटीय आंध्र प्रदेश, रायलसीमा, तेलंगाना और कर्नाटक में भी मौसम में बदलाव देखने को मिलेगा। इन इलाकों में 30 से 40 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से तेज हवाएं चलने की संभावना है। इसके साथ ही हल्की से मध्यम बारिश भी हो सकती है, जो स्थानीय स्तर पर फसलों और सामान्य जीवन को प्रभावित कर सकती
देशभर में मौसम का सारांश: कुल मिलाकर, देश के अलग-अलग हिस्सों में मौसम का मिजाज इस हफ्ते काफी अस्थिर रहने वाला है। कहीं लू का कहर है, तो कहीं गरज के साथ बारिश और आंधी। पश्चिम भारत गर्मी से तपेगा, जबकि पूर्वी और उत्तरी हिस्सों में बिजली और तेज हवाओं के साथ मौसम ठंडा हो सकता है। मौसम विभाग ने सभी राज्यों के नागरिकों से अपील की है कि वे स्थानीय प्रशासन और मौसम अपडेट पर नजर रखें।
सावधानी और सुझाव: भीषण गर्मी या आंधी-तूफान के समय बाहर निकलने से बचें। बिजली गिरने की स्थिति में पेड़ों के नीचे खड़े न हों और खुले मैदानों से दूर रहें। किसान मौसम की जानकारी लेकर ही खेतों में कार्य करें। बच्चों और बुजुर्गों को विशेष देखभाल की आवश्यकता है।